Rewa TRS – 2025 : प्रथम स्थान प्राप्त छात्र सम्मानित राष्ट्र की सच्ची पूंजी – उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल

Rewa TRS – 2025 : प्रथम स्थान प्राप्त छात्र सम्मानित राष्ट्र की सच्ची पूंजी – उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल
रीवा। ज्ञान, साधना और संस्कार का संगम जब महाविद्यालय की प्रांगण में उत्सव का रूप ले लेता है, तब शिक्षा का वास्तविक स्वरूप दिखाई देता है। 12 सितम्बर 2025 का दिन शासकीय ठाकुर रणमत सिंह स्वशासी महाविद्यालय, रीवा के इतिहास में स्वर्णाक्षरों में अंकित हो गया, जब यहां प्रतिभा सम्मान समारोह का भव्य आयोजन हुआ। इस आयोजन का उद्देश्य उन प्रतिभाशाली विद्यार्थियों को सम्मानित करना था, जिन्होंने अपनी मेधा और श्रम से प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त कर महाविद्यालय और परिवार का गौरव बढ़ाया।

आयोजन का शुभारम्भ – पूर्वान्ह 12 बजे सभागार में समारोह का आरंभ हुआ। मां सरस्वती की प्रतिमा पर माल्यार्पण और दीप प्रज्ज्वलन के साथ वातावरण भक्ति और ज्ञान की आलोकधारा से प्रकाशित हो उठा। मुख्य अतिथि मध्यप्रदेश शासन के उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल तथा विशिष्ट अतिथि जनभागीदारी समिति के अध्यक्ष राजेन्द्र ताम्रकार का भव्य स्वागत पुष्पगुच्छ अर्पित कर किया गया। स्वागत क्रम में प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी, प्रशासनिक अधिकारी डॉ. महानन्द द्विवेदी, प्राध्यापक प्रतिनिधि डॉ. अजय शंकर पाण्डेय, अतिथि विद्वान डॉ. कमलेश मिश्र, जनभागीदारी एवं स्ववित्तीय शिक्षक प्रतिनिधि डॉ. विकास दुबे, कार्यालयीन कर्मचारी प्रतिनिधि चंद्रकान्त मिश्र तथा चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी प्रतिनिधि श्री रामप्रकाश ने अपनी-अपनी ओर से श्रद्धाभाव से अभिनंदन किया। कार्यक्रम का सफल संचालन प्रोफेसर अखिलेश शुक्ल के द्वारा किया गया।

कक्षावार प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों को मोमेंटो एवं प्रमाण से उप – मुख्यमंत्री ने किया सम्मानित – स्वागत भाषण प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी द्वारा प्रस्तुत किया गया। उन्होंने मुख्य अतिथि एवं सभी आगंतुक अतिथियों का हार्दिक स्वागत करते हुए महाविद्यालय में संचालित नवीन व्यावसायिक पाठ्यक्रमों की जानकारी प्रदान की। साथ ही उन्होंने भविष्य की योजना के अंतर्गत महाविद्यालय को डीम्ड यूनिवर्सिटी का दर्जा दिलाने हेतु किए जा रहे प्रयासों की रूपरेखा भी साझा की। इसके पश्चात समारोह का औपचारिक प्रारंभ हुआ। नियंत्रक डॉ. शालिनी दुबे के संयोजन में संकायवार प्रावीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों को स्वर्ण पदक एवं प्रमाण पत्र तथा कक्षावार प्रथम स्थान प्राप्त छात्रों को मोमेंटो एवं प्रमाण पत्र मुख्य अतिथि श्री राजेन्द्र शुक्ल के कर कमलों द्वारा प्रदान किए गए। इसी क्रम में डॉ. शिप्रा द्विवेदी ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान कराए, डॉ. सरिता कदम ने एन.सी.सी. ‘बी’ प्रमाण पत्र, डॉ. नागेश त्रिपाठी ने राष्ट्रीय सेवा योजना के प्रमाण पत्र छात्रों को प्रमाण पत्र प्रदान कराए। कार्यक्रम में श्री व्यंकटेश पाण्डेय, अध्यक्ष, नगर पालिक निगम रीवा तथा श्रीमती नीता कोल अध्यक्ष जिला पंचायत रीवा की उपस्थिति उल्लेखनीय रही। इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री राजेन्द्र ताम्रकार ने अपने उद्बोधन में शिक्षा को जीवन का आधार बताते हुए विद्यार्थियों को परिश्रम, अनुशासन और सामाजिक जिम्मेदारी के पथ पर आगे बढ़ने का संदेश दिया। उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि जनभागीदारी समिति सदैव छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक बनी रहेगी।

वर्ष 2047 तक भारत पूर्ण रूप से विकसित होकर विश्व में महाशक्ति के रूप में उभरेगा – मुख्य अतिथि उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल का प्रेरक संबोधन पूरे सभागार में गूंज उठा। उन्होंने कहा कि आज की युवा प्रतिभाएं ही राष्ट्र की सच्ची पूंजी हैं। मेहनत और लगन से ही सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है। आज जिन विद्यार्थियों ने प्रवीण्य सूची में प्रथम स्थान प्राप्त कर स्वर्ण पदक हासिल किया है, उनकी सफलता के पीछे कठिन परिश्रम की साधना है। विद्यार्थियों को चाहिए कि वे अपनी प्रतिभा और निष्ठा से प्रदेश और राष्ट्र का नाम गौरवान्वित करें। जिन छात्रों का नाम प्रवीण्य सूची में शामिल नहीं हो सका, उन्हें और अधिक परिश्रम करने की आवश्यकता है। असफलता हमें सफलता की राह दिखाती है। इसलिए निराश न होकर छात्रों को जुनून और आत्मविश्वास के साथ उत्कृष्टता की ओर बढ़ना चाहिए। सफलता के साथ-साथ संस्कार भी अति आवश्यक हैं। शिक्षा तभी पूर्ण है जब उसमें संस्कृति और मूल्यों का समावेश हो। युवाओं को सामाजिक जागरूकता के क्षेत्र में भी सक्रिय रहना चाहिए। उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने कहा कि छात्र-छात्राओं को स्वामी विवेकानंद से प्रेरणा लेनी चाहिए क्योंकि युवा ही राष्ट्र की रीढ़ और भविष्य के नियंता हैं। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि आने वाली पीढ़ी का भविष्य सुखद और उज्ज्वल है। वर्ष 2047 तक भारत पूर्ण रूप से विकसित होकर विश्व में महाशक्ति के रूप में उभरेगा और इस लक्ष्य को प्राप्त करने में युवाओं की भूमिका निर्णायक होगी।

घोषणा – महाविद्यालय में कार्यरत जनभागीदारी एवं स्ववित्तीय शिक्षकों के मानदेय में प्रतिमाह रू.5000 की वृद्धि – समारोह में उप मुख्यमंत्री श्री शुक्ल ने घोषणा करते हुए कहा कि महाविद्यालय में कार्यरत जनभागीदारी एवं स्ववित्तीय शिक्षकों के मानदेय में प्रतिमाह रू.5000 की वृद्धि की गई है। इसी प्रकार कुशल श्रमिकों के मानदेय में रू.2955, अर्धकुशल श्रमिकों के मानदेय में रू.2613 तथा अकुशल श्रमिकों के मानदेय में 2470 प्रतिमाह की वृद्धि स्वीकृत की गई है। यह बढ़ा हुआ मानदेय अगस्त पेड, सितम्बर 2025 से लागू होगा। यह घोषणा होते ही पूरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट गूंज उठी। शिक्षकों और कर्मचारियों के चेहरों पर प्रसन्नता झलक उठी और उनके हृदय कृतज्ञता से भर गए।जनभागीदारी समिति, महाविद्यालय प्रशासन तथा प्राचार्य डॉ. अर्पिता अवस्थी के प्रति आभार प्रकट करते हुए सभी ने करतल ध्वनि से उप मुख्यमंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ल का स्वागत किया और धन्यवाद ज्ञापित किया। यह क्षण महाविद्यालय परिवार के लिए उत्सव और गौरव का बना। समारोह के अंत में डॉ. ज्योत्सना द्विवेदी ने सभी अतिथियों, प्राध्यापकों, कर्मचारियों और विद्यार्थियों के प्रति आभार व्यक्त किया। समारोह में जनभागीदारी समिति के सदस्य, गणमान्य नागरिक, पत्रकारगण, समस्त विभागाध्यक्ष, प्राध्यापक, अतिथि विद्वान, जनभागीदारी एवं स्ववित्तीय शिक्षक, कर्मचारीगण तथा छात्र एवं छात्राओं ने सहभागिता की। पूरा सभागार उत्साह, गर्व और आनंद से सराबोर था। यह दिन छात्रों की मेधा, शिक्षकों की साधना और समाज के सहयोग का साक्षी बनकर इतिहास के पन्नों में अमर हो गया। आयोजन की जानकारी विभागाध्यक्ष समाज कार्य,शासकीय ठाकुर रणमत सिंह महाविद्यालय रीवा (म.प्र.)-डॉ. अखिलेश शुक्ल द्वारा प्रदान की गई।

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