रीवा के कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी कांग्रेस में शामिल हो गए हैं. Siddharth Tiwari Raj रीवा की त्योंथर विधानसभा से टिकट न मिलने से नाराज चल रहे थे.
रीवा के कांग्रेस नेता सिद्धार्थ तिवारी राज बुधवार, 18 अक्टूबर को भाजपा में शामिल हो गए. भोपाल के बीजेपी कार्यालय में उन्होंने सीएम शिवराज और बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के हाथों भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली. सिद्धार्थ के इस कदम ने कांग्रेस को चौंकाया नहीं है क्योंकि उनके बीजेपी में शामिल होने की अटकलें पहले से ही चल रही थीं. दरअसल Siddharth Tiwari Raj काफी समय से कांग्रेस से नाराज चल रहे थे क्योंकि पार्टी उन्हें मनमुताबिक विधानसभा की टिकट देने से मना कर रही थी.
सिद्धार्थ तिवारी रीवा के खानदानी राजनितिक पार्टी से नाता रखते हैं. उनके दादा ‘पंडित श्रीनिवास तिवारी’ कद्दावर कोंग्रेसी नेता थे. वे कांग्रेस शासन में विधानसभा अध्यक्ष रहे और कई बार त्योंथर, मनगवां क्षेत्र से विधायक रहे और सिद्धार्थ के पिता ‘सुंदर लाल तिवारी’ भी कांग्रेस के दिग्गज नेता थे जो गुढ़ क्षेत्र से MLA थे. सिद्धार्थ ने अपने पूर्वजों की चुनी हुई पार्टी ‘कांग्रेस’ को छोड़ अब बीजेपी का दामन थाम लिया है.
सिद्धार्थ तिवारी बीजेपी में शामिल
सिद्धार्थ तिवारी रीवा जिले कि त्योंथर सीट से टिकट की डिमांड कर रहे थे. लेकिन कांग्रेस ने त्योंथर विधानसभा से रामशंकर पटेल को उम्मीदवार बना दिया। सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस ने उन्हें सिरमौर से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया था लेकिन सिद्धार्थ को चाहिए थी सिर्फ त्योंथर की टिकट। नाराज नेता को मानाने के लिए कांग्रेस ने उन्हें मध्य प्रदेश कांग्रेस कमेटी का महामंत्री भी बना दिया था. लेकिन इससे तिवारी राज और उनके समर्थक और भी भड़क गए.
सिद्धार्थ को मिलेगा त्योंथर से टिकट
भारतीय जनता पार्टी ने अबतक रीवा की सिर्फ 4 सीटों, रीवा, देवतालाब, सिरमौर और मऊगंज से उम्मीदवारों की घोषणा की है. अभी त्योंथर, गुढ़, सेमरिया और मनगवां सीट से कैंडिडेट्स के नामों का एलान करना बाकी है. सिद्धार्थ के बीजेपी में शामिल होने के पीछे सिर्फ एक ही मकसद है जो है त्योंथर से टिकट, जो उन्हें मिलना लगभग तय ही माना जा रहा है. लेकिन इस पैराशूट लैंडिंग से उनके होश उड़ गए हैं जो इस सीट से खुद को उम्मीदवार माने बैठे थे.
ShabdSanchi.Com ने पहले ही बता दिया था कि सिद्धार्थ तिवारी कांग्रेस छोड़ दूसरी पार्टी ज्वाइन करने वाले हैं. यहां क्लिक करें और पढ़ें पूरी रिपोर्ट