Rewa firing incident proved to be completely fake: रीवा शहर में एक दिन पूर्व हुई गोलीकांड की घटना पूरी तरह से फर्जी साबित हुई। मारपीट में घायल युवक ने जिस तरह से मनगढंत कहानियां सुनाते हुए गोली चलाने का आरोप लगाया था। उस पर जब पुलिस ने तफ्तीश की तो सीसीटीवी फुटेज ने पूरी सच्चाई बयां कर दी। दरअसल पुलिस ने घटना से जुड़े सीसीटीवी फुटेज को खंगाला है जिसमें युवक के साथ महज मारपीट की घटना होना पाया गया है। जबकि घायल युवक द्वारा लगाए गए आरोप पूरी तरह से फर्जी साबित हुए।
बतादें कि शहर के बिछिया थाना क्षेत्र स्थित एक ढाब में शनिवार को आकाश शुक्ला नामक शख्स के साथ मारपीट की घटना हुई थी जिस पर घायल हुए आकाश ने मीडिया कर्मियों को मनगढ़ंत कहानियां बनाते हुए मारपीट करने वालों पर गोली चलाने का भी आरोप लगाया था। मामले में फरियादी द्वारा थाने में की गई शिकायत के बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जब घटना स्थल का निरीक्षण करने के साथ ही आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला तो युवक द्वारा लगाया गया गोली चलाने का आरोप निराधार साबित हुआ।
दरअसल पुलिस को घटना स्थल के पास सीसीटीवी फुटेज में घायल युवक के साथ मारपीट की घटना होना पाई गई है। पुलिस के मुताबिक फरियादी आकाश शुक्ला के साथ पैसों के लेनदेन की बात को लेकर मारपीट की घटना हुई है। जिसमें आरोपियों द्वारा उसके साथ लात और घूंसे से मारपीट की गई। इस दौरान जमीर पर गिरने से युवक के सिर पर चोट भी आई है। हालांकि युवक ने जिस तरह से हत्या की वारदात को कबूल करने का दबाव बनाने और गोली चलाने का आरोप लगाया था वह पूरी तरह से फर्जी साबित हुआ।