रीवा। विषैले कफ सिरप से एमपी के छिदवाड़ा में बच्चो की मौत का मामला बढ़ता ही जा रहा है, तो वही अब रीवा में भी इसकी हलचल तेज हो गई है। दवाई की जांच करने के लिए सोमवार को रीवा प्रशासन और पुलिस की टीम शहर के कई दवा दुकानों में दंबिश दी है। इस दौरान दवाईयों की जांच की जा रही है। कलेक्टर के निर्देश पर शुरू की गई जांच से दवा करोबारियों में खलबली है। वही अमहिया थाना प्रभारी शिवा अग्रवाल के अनुसार दवा दुकानों में अनियमितताएं सामने आई हैं। वैधानिक कार्यवाही प्रशासनिक टीम द्वारा की जाएगी।
प्रदेश में जारी किया गया है अलर्ट
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा सहित अन्य राज्यों में कोल्ड्रिफ सिरप से बच्चों के मौत की घटनाए लगातार सामने आ रही है। मध्य- प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। सरकार ने प्रतिबंधित और अमानक दवाओं की खरीदी-बिक्री पर रोक लगाने तथा ड्रग माफियाओं के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं। यही वजह है कि रीवा में प्रशासन की टीम अब जांच कार्य में लग गई है। कार्रवाई के दौरान कुछ मेडिकल दुकानों को सील किया गया। उक्त दवा दुकानों में काफी गड़बड़ी पाई गई है।
विपक्ष है मुखर
ज्ञात हो कि एमपी में बच्चो की मौत मामले में अब विपक्ष मुखर हो गया है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी पीड़ित परिवारो के बीच पहुचकर मामले में सरकार पर सवाल उठा रहे है तो रीवा के कांग्रेसी नेता सरकार पर लापरवाही करने की बात कह रहे है। उनका कहना है कि अगर समय रहते सरकार तंत्र जाग जाता तो इतने बच्चो की मौत नही होती।