RBI Monetary Policy Live Updates: American president Trump के लगाए गए Tariff के बीच RBI ने आज नीतिगत दरों का ऐलान किया. RBI ने आज लगातार दूसरी बार ब्याज दरों में कटौती की. गौरतलब है कि, दरों में कटौती से आम आदमी को सीधे तौर पर फायदा होगा अब सस्ते ब्याज दरों पर बैंकों से लोन मिलेगा और EMI भी कम लगेगी. आपको यह भी बता दें की अप्रत्यक्ष रूप से आर्थिक विकास से रोजगार व आय के अवसर बढ़ते हैं. हालांकि, बचत पर रिटर्न कम होने जैसे नुकसान भी हो सकते हैं.
जब पूरा विश्व ट्रंप के लगाए टैरिफ की मार झेल रहा है और वैश्विक अर्थव्यवस्था और बाजारों को खासा झटका मिला है. SBI Research के मुताबिक, भारत पर इस Tariff का प्रत्यक्ष प्रभाव सीमित हो सकता है (Export GDP का 4% है), लेकिन वैश्विक विकास मंदी और वित्तीय अस्थिरता से अप्रत्यक्ष असर जरूर होगा. रिपोर्ट में कहा गया, Trade War के कारण 2025 में वैश्विक GDP 30-50 Basis Points कम हो सकती है. Global Import 2024 के Import 2.9 फीसदी से घटकर 2025-26 में 1.3 फीसदी रह जाएगा.
10.05 बजे के नतीजों में घोषणा हुई जिसमे दरें घटीं
आज सुबह 10 बजे RBI Governor Sanjay malhotra ने MPC के नतीजों की घोषणा की. बता दें फरवरी 2025 की पिछली बैठक में, आरबीआई ने लगभग पांच साल बाद पहली बार रेपो दर में 25 basis points की कटौती की थी, लेकिन मौद्रिक रुख तटस्थ रखा था. गवर्नर ने संकेत दिया था कि मुद्रास्फीति लक्ष्य के अनुरूप आ रही है. भारत में मुद्रास्फीति 4% से नीचे आ गई है. फरवरी में खुदरा मुद्रास्फीति (CPI) 3.61% रही. मार्च का डेटा 14 अप्रैल को आएगा. एसबीआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक, FY26 की पहली छमाही में मुद्रास्फीति 4% से नीचे रह सकती है. आज 25 basis points की कमी के बाद अब Repo Rate 6 फीसदी पर आ गई. अब जिनके लोन चल रहे हैं उन्हें और जिनको नया लोन लेना है दोनों के लिए ही यह फायदेमंद होगा.
बड़ा रेट कट की थी उम्मीद
एक्सपर्ट्स मानते थे कि ट्रेड वॉर की अनिश्चितता है ऐसे में RBI क50 बीपीएस की कटौती करे. रिलायंस ब्रोकिंग के रवि सिंह के अनुसार, रेपो रेट में 25 बीपीएस की कटौती हो सकती है कहा था, क्योंकि मुद्रास्फीति नियंत्रित है और रुपया मजबूत हो रहा है. इन्फोमेरिक्स के मनोरंजन शर्मा भी 50 बीपीएस कटौती को अनावश्यक बताते हैं. उनके अनुसार, FY26 में रेपो दर में 75-100 बीपीएस की कमी संभव है.