Lauki Ki Kadhi: भारतीय व्यंजनों की विविधता में कढ़ी एक ऐसा व्यंजन है जो हर क्षेत्र में अलग-अलग अंदाज़ में बनती है। पंजाब की पकौड़ी कढ़ी हो या गुजरात की मीठी कढ़ी, हर स्वाद में एक खासियत होती है। आज हम बात कर रहे हैं एक पारंपरिक लेकिन कम प्रचलित रेसिपी की, कच्चे चना दाल और लौकी की कढ़ी।
यह कढ़ी न सिर्फ बेहद स्वादिष्ट होती है, बल्कि सेहत के लिहाज़ से भी फायदेमंद है। इसमें लौकी की ठंडक और चना दाल की प्रोटीन युक्त ताकत का अनोखा मेल होता है। आइए जानते हैं इसकी रेसिपी।
कच्चे चना दाल व लौकी की कढ़ी बनाने की सामग्री (4 लोगों के लिए)
- कच्ची चना दाल -1 कप ( भिगो कर पीसी हुई )
- लौकी – 1 कप ( कद्दूकस किया हुई)
- दही – 1 कप (खट्टा, फेंटा हुआ)
- हल्दी – ½ टीस्पून
- नमक – स्वादानुसार
- लाल मिर्च – ½ टीस्पून
कच्चे चना दाल व लौकी की कढ़ी का तड़का
- सरसों के दाने – 1 टीस्पून
- हींग – एक चुटकी
- करी पत्ता – 8-10 पत्तियां
- हरी मिर्च – 2 (कटी हुई)
- जीरा – ½ टीस्पून
- तेल या घी – 1 टेबलस्पून
कच्चे चना दाल व लौकी की कढ़ी बनाने की विधि
- चना दाल की तैयारी – भीगी हुई चना दाल को पानी छिड़क कर महीन पीस लें। एक कप पिसी दाल अलग करें और इसी तरह आधा कप कद्दूकस लौकी अलग करके रख दें। बाकी दाल के पेस्ट में लौकी व हल्का नमक डालकर हाथ से तोड़कर छोटे-छोटे बरे बनाकर भाप में 8-10 मिनट पकाएं।
- कढ़ाई में हल्का सा तेल लेकर उसमें लौकी को हल्का भूनकर अलग कर लें।
- कढ़ी का मिश्रण तैयार करें – एक बाउल में फेंटा हुआ दही, बचाई हुई पिसी दाल, हल्दी, लाल मिर्च पानी और नमक मिलाएं।
- कढ़ी पकाना – इस मिश्रण को धीमी आंच पर लगातार चलाते हुए पकाएं ताकि दही फटे नहीं।
- अब उबाल आने पर इसमें भुनी हुई लौकी और चना दाल के भाप वाले बरे डालें। मध्यम आंच पर 10-15 मिनट पकाएं।
- तड़का लगाएं – एक छोटे पैन में तेल गरम कर उसमें सरसों, हींग, करी पत्ता, जीरा और हरी मिर्च डालें। तड़का तैयार होने पर इसे कढ़ी में डालें।
- 2-3 मिनट उबालें और गैस बंद कर दें।
कढी की प्रिपरेशन और परोसने का तरीका
- गरमागरम चना दाल-लौकी की कढ़ी को जीरा राइस, सादा चावल या रोटी के साथ परोसें।
- ऊपर से धनिया पत्ती से सजाकर स्वाद को बढ़ाएं।
चना दाल और लौकी की कढ़ी के फायदे
- चना दाल – हाई प्रोटीन, फाइबर से भरपूर और वजन घटाने में सहायक
- लौकी – पेट के लिए हल्की, डिहाइड्रेशन से बचाव और डायजेशन के लिए बेहतरीन
- दही – प्रोबायोटिक गुणों से भरपूर
स्पेशल टिप्स
- आप चाहें तो इसमें थोड़ा अदरक-लहसुन का पेस्ट भी डाल सकते हैं।
- कढ़ी को तीखा पसंद है तो लाल मिर्च का तड़का ऊपर से दें।
- बेसन की जगह कभी-कभी मूंगदाल का उपयोग भी किया जा सकता है।
विशेष :- कच्ची चना दाल और लौकी की कढ़ी स्वाद, पौष्टिकता और पारंपरिकता का अनोखा संगम है। यह व्यंजन उन लोगों के लिए एक परफेक्ट विकल्प है जो कुछ हल्का, हेल्दी और देसी फ्लेवर वाला खाना चाहते हैं। तो अगली बार जब कुछ अलग बनाना हो, इस देसी रेसिपी को ज़रूर आज़माएं।