Ravichandran Ashwin MS Dhoni: भारतीय टीम के सुपरस्टार क्रिकेटर आर. अश्विन ने आज इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का एलान किया है। ऑफ स्पिनर अश्विन के इस फैसले ने सभी को चौंका दिया। आर अश्विन ने यह एलान तब किया जब भारत-ऑस्ट्रेलिया के बीच गाबा टेस्ट मैच ड्रॉ पर समाप्त हो गया। मैच खत्म होने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अश्विन ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से अपने रिटायरमेंट का एलान कर दिया। उनके रिटायरमेंट की घोषणा के बाद उनके क्रिकेट को लेकर कई खुलासे हो रहे हैं। खुद आर. अश्विन ने अपने क्रिकेट की सफलता को लेकर कहा है कि उनकी सक्सेस का श्रेय महेंद्र सिंह धोनी का जाता है।
R. Ashwin ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से लिया संन्यास | ravichandran ashwin retirement
करोडों भारतीय दिलों में राज करने वाले क्रिकेटर आर. अश्विन ने ब्रिस्बेन के गाबा में तीसरा टेस्ट मैच ड्रॉ से समाप्त होने के बाद अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है। अंतर्राष्ट्रीय टेस्ट मैचों में अश्विन ने कुल 287 मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने 765 विकेट लिए हैं। भारतीय गेंदबाजों में आर. अश्विन का नंबर अनिल कुंबले के बाद आता है। अश्विन दूसरे नंबर के गेंदबाज हैं।
धोनी ने बनाया सफल क्रिकेटर – आर. अश्विन | Ravichandran Ashwin MS Dhoni
भारतीय क्रिकेट के ऑफ स्पीनर आ. अश्विन का नाम टेस्ट मैचों में दूसरे सबेस ज्यादा विकेट लेने वाले क्रिकेटरों में शामिल हैं। लेकिन क्रिकेट में उनकी कामयाबी की सीढ़ी पूर्व भारतीय महेंद्र सिंह धोनी से शुरू हुई। खुद आर. अश्विन ने बताया कि अगर धोनी नहीं होते तो वह कभी भारतीय क्रिकेट के सुपरस्टार नहीं बन पाते। वह हमेशा उनके कर्जदार रहेंगे। उन्होंने बताया कि उनके क्रिकेट के करियर को ऊंचाइयों पर ले जाने वाले धोनी ही हैं।
किसी के साथ के बिना मंजिल नहीं मिलती | ravichandran ashwin total test wicket
आर. अश्विन ने कहा, “हर किसी की जिंदगी में किसी बड़े का साथ होना जरूरी होता हैं। अगर आप कुछ गलत कर रहे हैं तो कोई हो जो आपको सही दिशा दिखाए और आपको आपकी मंजिल तक पहुंचाए। इस मतलब से भरी दुनिया में ऐसे लोग बेहद ही कम देखने को मिलते हैं, लेकिन इंसानियत खत्म नहीं हुई हैं। आपको ऐसे लोग भी अपनी लाइफ में कभी-न-कभी जरूर मिले होंगे जिन्होंने आपको बिना किसी मतलब के सही रास्ता दिखाया होगा।”
2011 में धोनी ने थमाई थी नई गेंद | ravichandran ashwin stats
एक इंटरव्यू में आर. अश्विन ने बताया कि आईपीएल 2011 के फाइनल में उन्हें धोनी ने नई गेंद थमाई थी। उसी गेंद से उन्होंने पिच पर फॉर्म पर चल रहे क्रिस गेल का विकेट लिया था। उस एक विकेट से उनके करियर को नई दिशा मिली थी। अश्विन बताते हैं कि वह उस रात को कभी नहीं भूल सकते हैं। उस वक्त केवल धोनी ही थे जिन्होंने उनपर भरोसा जताया था। उन्होंने आगे कहा कि वह जिंदगी भर धोनी के कर्जदार रहेंगे।