Rang Anubhav Samiti Rewa : रीवा में जगमगाएगी रंगमंचीय अभिव्यक्ति की मसाल – रंगमंच की नई ऊर्जा लेकर आई ‘रंग अनुभव’ की नाट्य कार्यशाला – रीवा के कला और संस्कृति प्रेमियों के लिए खुशखबरी है – रंग अनुभव सांस्कृतिक शिक्षा समिति, रीवा (मध्यप्रदेश) ने अपनी आगामी तीस दिवसीय प्रस्तुति-परक नाट्य कार्यशाला की शुरुआत कर दी है। यह कार्यशाला 8 नवंबर से 8 दिसंबर 2025 तक कला मंदिर, पत्रकार भवन में आयोजित की जा रही है। कार्यशाला का संचालन अनुभवी रंगकर्मी और निर्देशक राजमणि तिवारी कर रहे हैं, जो अपने सशक्त अभिनय और निर्देशन से रंगमंच जगत में एक विशिष्ट पहचान रखते हैं। संस्था के सचिव मनोज कुमार मिश्र के अनुसार, इस कार्यशाला का उद्देश्य रीवा के युवाओं, विद्यार्थियों और कला-प्रेमियों को थिएटर के माध्यम से आत्म-अभिव्यक्ति और रचनात्मकता का अवसर प्रदान करना है। रंग अनुभव सांस्कृतिक शिक्षा समिति, रीवा द्वारा 8 नवंबर से 8 दिसंबर 2025 तक आयोजित 30 दिवसीय प्रस्तुति-परक नाट्य कार्यशाला की शुरुआत हो चुकी है। इस कार्यशाला में अभिनय, संगीत, माइम, व्यक्तित्व विकास और नाट्य प्रस्तुति का प्रशिक्षण नि:शुल्क दिया जा रहा है।
कार्यशाला की प्रमुख विशेषताएं
कार्यशाला पूर्णतः नि:शुल्क है और इसमें सभी आयु वर्ग के लोग भाग ले सकते हैं। इसमें प्रतिभागियों को रंगमंच से जुड़ी अनेक विधाओं का प्रशिक्षण दिया जाएगा, जिनमें प्रमुख हैं
नाट्य प्रस्तुति (Theatrical Performance) – अभिनय और रंगमंचीय अभिव्यक्ति का व्यावहारिक प्रशिक्षण।
शारीरिक गतिविधियां (Body Movement) – हावभाव और शारीरिक अभिव्यक्ति को सशक्त बनाने के अभ्यास।
संगीत और वॉयस कल्चर (Music & Voice Training) – लय, स्वर और संगीतमय संवाद की समझ।
माइम (Mime) – बिना संवाद के भावाभिव्यक्ति की कला पर प्रशिक्षण।
प्रतिभा एवं कौशल विकास (Skill Development) – आत्मविश्वास, सृजनशीलता और टीमवर्क को प्रोत्साहित करने वाली गतिविधियां।
वाक्-कला (Speech Training) – उच्चारण, स्वर और प्रभावी संप्रेषण की कला।
साहित्य और लोक कला (Literature & Folk Art) – महान लेखकों और दार्शनिकों से परिचय तथा ‘दुलदुल घोड़ी’ जैसे लोक नृत्य व नाट्य संगीत पर प्रशिक्षण। कार्यशाला के दौरान एक संपूर्ण नाटक का अभ्यास भी किया जाएगा, जिसका मंचन कार्यशाला के समापन समारोह में रीवा शहर में किया जाएगा।
विशेष – रंगमंच के नए अध्याय की शुरुआत – रीवा में आयोजित यह 30 दिवसीय नाट्य कार्यशाला केवल अभिनय प्रशिक्षण भर नहीं, बल्कि व्यक्तित्व निर्माण, संवाद कला और सामूहिक रचनात्मकता का उत्सव है। ‘रंग अनुभव सांस्कृतिक शिक्षा समिति’ का यह प्रयास स्थानीय प्रतिभाओं को राष्ट्रीय रंगमंचीय परिदृश्य से जोड़ने की दिशा में एक सार्थक कदम है।
रुचि रखने वाले इच्छुक प्रतिभागी समिति के कार्यालय में संपर्क कर नि:शुल्क भागीदारी के लिए पंजीकरण करा सकते हैं, ताकि वे भी इस रंगीन यात्रा का हिस्सा बन सकें।
लेखक की टिप्पणी – रीवा जैसे सांस्कृतिक नगर में ऐसे आयोजन युवाओं को न केवल मंच देते हैं बल्कि उन्हें अभिव्यक्ति, आत्मविश्वास और रचनात्मकता की सजीव अनुभूति कराते हैं, यही “रंग अनुभव” का वास्तविक उद्देश्य भी है।
