डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम अपनी दो महिला अनुयायियों से बलात्कार के मामले में 20 वर्ष की सजा काट रहा है। वर्ष 2017 में पंचकूला की एक विशेष सीबीआई अदालत ने राम रहीम को दोषी करार दिया था।
डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को एक बार फिर फरलो मिली है। उसे यह फरलो 21 दिनों की मिली है। फरलो मिलने के बाद वह सुनारिया जेल से बाहर आ गया।
वर्ष 2024 में राम रहीम ने फरलो के लिए पंजाब और हरियाणा उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था। आपको बता दे कि इससे पहले उच्च न्यायालय ने हरियाणा सरकार को फटकार लगाते हुए यह कहा था कि डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम को आगे उसकी अनुमति के बगैर पैरोल न दे। आपको बता दे कि उस समय उच्च न्यायालय शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की एक याचिका पर सुनवाई कर रहा था , जिसमें डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम की रिहाई को चुनौती दी गई थी।
राम रहीम को कब कब मिली फरलो और पैरोल ?
1 . 24 अक्टूबर 2020: राम रहीम को पहली बार अस्पताल में भर्ती मां से मिलने के लिए 1 दिन की पैरोल मिली।
2 . 21 मई 2021 : माँ से मिलने के लिए 12 घंटे की पैरोल दी गई।
3 . 7 फरवरी 2022 : परिवार से मिलने के लिए डेरा प्रमुख को 21 दिन की फरलो मिली.
4 .जून 2022 :30 दिन की पैरोल मिली. यूपी के बागपत आश्रम भेजा गया.
5 .14 अक्टूबर 2022: राम रहीम को 40 दिन की लिए पैरोल दी गई. वो बागपत आश्रम में रहा और इस दौरान म्यूजिक वीडियो भी जारी किए.
6 .21 जनवरी 2023: राम रहीम को 40 दिनों की पैरोल दी गई।
7 .20 जुलाई 2023: सातवीं बार 30 दिन की पैरोल पर बाहर आया।
8 . 21 नवंबर 2023 : राम रहीम 21 दिनों की फरलो पर बाहर आया।
9 .जनवरी 2024: रोहतक की सुनारिया जेल में बंद गुरमीत राम रहीम को 50 दिन की पैरोल मिल गई है.
फरलो और परलो में क्या है अंतर ?
पैरोल की अवधि के दौरान जेल से बाहर बिताए गए दिनों को सजा के रूप मे नही गिना जाता है। फरलो: इसमें कैदी को जेल में कुछ वर्ष बिताने के पश्चात जेल मे उसके अच्छे आचरण तथा अनुशासन को बनाए रखने के लिए, कम समय के लिए छोड़ा जाता है ।
गौरतलब है कि डेरा मुखी राम रहीम 2 अलग-अलग मामलों में सजा काट रहा है. 17 जनवरी 2019 और 18 अक्टूबर 2021 को राम रहीम को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी. 2 महिला अनुयायियों से रेप के मामले में राम रहीम 20 साल की सजा काट रहा है. वहीं, पत्रकार मर्डर केस में भी रामरहीम जेल में बंद है.