Raja Raghuvanshi Murder Case: जांच में पता चला कि 26 मई की रात विशाल और अंजलि नाम का एक कपल वहां रुका था। दोनों ने गोविंद नगर का पता दर्ज कराया और रात 2 बजे होटल पहुंचे, फिर 4 घंटे बाद चले गए। रजिस्टर में आधार कार्ड की एंट्री थी, लेकिन दर्ज मोबाइल नंबर गलत निकला।
Raja Raghuvanshi Murder Case: इंदौर के चर्चित ट्रांसपोर्ट कारोबारी राजा रघुवंशी हत्याकांड में मुख्य आरोपी राज कुशवाह से पूछताछ में नए खुलासे हो रहे हैं। शिलॉन्ग पुलिस द्वारा इंदौर से गिरफ्तारी के बाद राज ने क्राइम ब्रांच के सामने हाथ जोड़कर गुहार लगाई थी कि उसका नाम सोनम के साथ कथित प्रेम संबंधों से हटा दिया जाए। राज ने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार की, लेकिन सोनम के साथ अफेयर की बात से साफ इनकार किया।
इंदौर क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने बताया कि जब राज से सोनम के प्रेम संबंधों के बारे में पूछा गया, तो वह चुप हो गया। उसने कहा कि वह हत्या की पूरी जिम्मेदारी लेने को तैयार है, लेकिन सोनम से प्रेम संबंधों की बात पर उसे आपत्ति है। हालांकि, इस आपत्ति का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका।
सोनम के ठहरने की जानकारी में विरोधाभास
क्राइम ब्रांच और शिलॉन्ग पुलिस को राज ने बताया कि हत्याकांड के बाद सोनम इंदौर के देवास नाके पर एक कार शोरूम के पास होटल में ठहरी थी और उसने अंजलि नाम की आईडी का उपयोग किया था। लेकिन पुलिस जांच में यह जानकारी गलत पाई गई। जांच में पता चला कि सोनम 26 मई से 7 जून तक देवास नाके की एक बिल्डिंग के किराए के फ्लैट में रुकी थी।
फ्लैट के मालिक सिलोम जैम्स ने बताया कि राज कुशवाह ने विशाल नाम के व्यक्ति के साथ आकर फ्लैट का किराया दिया और एग्रीमेंट किया था। सिलोम ने एग्रीमेंट और दस्तावेजों की कॉपी पुलिस को सौंपने की बात कही। यह बिल्डिंग लोकेंद्र सिंह तोमर के नाम पर है। क्राइम ब्रांच ने 25 से 27 मई की बिल्डिंग की एंट्री और सीसीटीवी फुटेज की जांच की, जिसमें सोनम के वहां ठहरने के सबूत मिले। हालांकि, पुलिस ने अभी तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं की है।
होटल की जांच में नया मोड़
राज ने पहले दावा किया था कि सोनम एक होटल में ठहरी थी, जहां फर्नीचर का काम चल रहा था। क्राइम ब्रांच ने इस दावे की जांच के लिए होटल का दौरा किया। जांच में पता चला कि 26 मई की रात विशाल और अंजलि नाम का एक कपल वहां रुका था। दोनों ने गोविंद नगर का पता दर्ज कराया और रात 2 बजे होटल पहुंचे, फिर 4 घंटे बाद चले गए। रजिस्टर में आधार कार्ड की एंट्री थी, लेकिन दर्ज मोबाइल नंबर गलत निकला। यह पुष्टि नहीं हो सकी कि अंजलि के नाम से रुकने वाली युवती सोनम थी।
क्राइम ब्रांच ने उस होटल की भी जांच की, जहां फर्नीचर का काम चल रहा था, लेकिन राज उसका सटीक नाम नहीं बता सका। पुलिस ने होटल की जांच से जुड़े सवालों पर सीधा जवाब देने से इनकार किया है।