Rahul Gandhi on Operation Sindoor : 22 अप्रैल को पहलगाम में आतंकी हमला कैसे हुआ, खुफिया विफलता कैसे हुई, आतंकी कहाँ से आए, ऑपरेशन सिंदूर बीच में क्यों रोका गया और अचानक युद्धविराम की घोषणा क्यों की गई? विपक्ष के इन सवालों को लेकर देश की संसद में ज़ोरदार बहस चल रही है। पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि पहलगाम में एक भीषण हमला हुआ। पाकिस्तानी आतंकियों ने निर्दोष भारतीयों की बेरहमी से हत्या की। इस दौरान हम चट्टान की तरह सरकार के साथ खड़े रहे।
राहुल गांधी ने राजनाथ सिंह पर साधा निशाना। Rahul Gandhi on Operation Sindoor
राहुल गांधी ने कहा, “रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कल कहा था कि ऑपरेशन सिंदूर 22 मिनट तक चला, फिर हमने पाकिस्तान को फोन करके बताया कि हमने गैर-सैन्य ठिकानों पर हमला किया है, हम तनाव नहीं बढ़ाना चाहते।” राहुल ने आरोप लगाया कि रात 1.35 बजे सरकार ने डीजीएमओ से युद्धविराम के लिए कहा। आपने उनसे कहा कि हम सैन्य ठिकानों पर हमला नहीं करेंगे, हम युद्धविराम चाहते हैं। राहुल ने कहा कि आपने पाकिस्तान को अपनी राजनीतिक इच्छाशक्ति सीधे तौर पर बता दी कि आप युद्ध नहीं चाहते।
1971 में लाखों पाकिस्तानी सैनिकों ने किया था सरेंडर।
राहुल ने कहा, “सैन्य कार्रवाई के लिए दृढ़ इच्छाशक्ति होनी चाहिए। 1971 में भारत की दृढ़ इच्छाशक्ति थी। इंदिरा गांधी ने जनरल मानेकशॉ को खुली छूट दी थी। तत्कालीन जनरल सैम मानेकशॉ ने कहा कि मैं अभी हमला नहीं कर सकता, तब प्रधानमंत्री ने कहा कि जितना समय चाहिए, ले लो। कार्रवाई की स्वतंत्रता होनी चाहिए। एक लाख से ज़्यादा पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया, एक नया देश बना।”
राहुल बोले सरकार यह बताए कि हमारे लड़ाकू विमान क्यों गिरे?
राहुल ने कहा, “हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने सेना के हाथ बाँध दिए थे। शुरुआत में ही आपने उनसे कहा था कि न तो हमारी राजनीतिक इच्छाशक्ति है, न ही हम लड़ेंगे, फिर आपने सेना से कहा कि जाओ और लड़ो। सवाल यह है कि जेट क्यों गिरे?” राहुल ने सीडीएस अनिल चौहान के बयान का ज़िक्र करते हुए कहा, “आपने कोई गलती नहीं की, सेना ने कोई गलती नहीं की, गलती राजनीतिक नेतृत्व से हुई और अनिल चौहान को यह साफ़ तौर पर कहने का साहस होना चाहिए कि सरकार ने उनके हाथ बाँध दिए थे।”
पीएम मोदी पर जमकर बरसे राहुल गांधी। Rahul Gandhi on Operation Sindoor
चर्चा के दौरान राहुल गांधी ने आगे कहा, ऑपरेशन सिंदूर का मक़सद प्रधानमंत्री की छवि बचाना था। उनके हाथ पहलगाम में मारे गए लोगों के खून से रंगे हैं। उन्होंने अपनी छवि बचाने के लिए वायुसेना का इस्तेमाल किया। अमेरिकी राष्ट्रपति का ज़िक्र करते हुए राहुल ने कहा कि डोनाल्ड ट्रंप ने 25 बार कहा कि उन्होंने सीज़फायर करवाया, अगर पीएम मोदी में इंदिरा गांधी जैसी हिम्मत है तो उन्हें यहीं कह देना चाहिए। अगर उनमें इंदिरा गांधी का 50 प्रतिशत भी है तो उन्हें कह देना चाहिए।
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