Radhika Yadav Murder Case : गुरूग्राम की टेनिस खिलाड़ीराधिका यादव हत्याकांड में पुलिस नेंबड़ा खुलासा किया है। पुलिस को मिली अनुसार निर्दयी पिता ने बेटी को मौत के घाट केवल इसलिए सुला दिया क्योंकि समाज उन्हे बेटी की कमाई खाने का ताना देता था। गुरूग्राम पुलिस के द्वारा दर्ज एफआईआर में यह बताया गया है कि राधिका के पिता को कुछ लोग लंबे समय से तरह तरह के ताने दे रहे थे कि यह बेटी की कमाई पर पल रहा है। इसलिए वह बेटी से मन ही मन बैर मानने लगा इसके चलते वह राधिका पर टेनिस अकादमी बंद करनें के लिए दवाब बना रहा था।
एक ही मकान में साथ रहते थे बाप बेटी | Radhika Yadav Murder Case
आपको बता दें कि जब राधिका के पिता ने घटना को अंजाम दिया उस समय मृतिका के चाचा कुलदीप उसी घर में मौजूद थे। उन्होने पुलिस को बताया कि राधिका और उसके पिता दोनो एक किराए के मकान में रहते थे। उन्होने बताया जिस समय गोली चली मैं घर पर ही था, सुबह के करीब साढे दस बज रहे थे कि अचानक धमाके की आवाज आयी। आवाज़ सुनकर जब मैं पहली मंजिल पर पहुचा तो मैने देखा कि मेरी भतीजी राधिका खून से लतपत रसोई में पड़ी हुई थी। उसके बाद मैं और मेरा बेटा पियूषराधिका को अस्पताल ले गए जहाँ डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
राधिका ने टेनिस में रचे अनेकों कीर्तिमान | Radhika Yadav Murder Case
राधिका के चाचा कुलदीप ने बताया कि राधिका बचपन से मेधावी रही है,उसे बचपन से ही टेनिस खेलने का बहुत शौक था। उसने टेनिस मैचों में कई ट्रॉफियाँ जीती थी। मैं हैरान हूं कि उसकी हत्या क्यों की गई। उन्होने यह भी बताया कि जब वह घटनास्थल पर पहुंचे तो उस समय कातिल दीपक, उसकी पत्नी मंजू मौजूद थे। भतीजा धीरज उस समय वहां मौजूद नहीं था।
दीपक के पास थी 32 बोर की लाइसेंसी रिवॉल्वर।
घटनास्थल की छानबीन के दौरान पुलिस ने एक 32बोर की रिवाॅल्वर बरामद हुई जिसपे हत्यारे दीपक के फिंगर प्रिंट भी मिले। रिवॉल्वर के अंदर पांच खोखे थे और एक जिंदा कारतूस था। दीपक ने बताया कि राधिका एक टेनिस खिलाड़ी थी। लेकिन कंधों में इंजरी होने के कारण वह कुछ समय से नहीं खेल रही थी। उसने टेनिस अकादमी खोल रखी थी, जहां वह बच्चों को कोचिंग देती थी।
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