Mahakumbh 2025 : उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को प्रयागराज पहुंचे। वहां उन्होंने संगम घाट पहुंचकर पवित्र त्रिवेणी में आस्था की डुबकी लगाई। इस दौरान सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे। जब अखिलेश यादव त्रिवेणी संगम पहुंचे और डुबकी लगाई तो वहां बड़ी संख्या में समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ता मौजूद थे। इससे पहले मकर संक्रांति के मौके पर अखिलेश यादव ने हरिद्वार में हर की पौड़ी पर आस्था की डुबकी लगाई थी। हाल ही में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी पूरी कैबिनेट के साथ महाकुंभ पहुंचे थे। पूरी योगी कैबिनेट ने पवित्र संगम में आस्था की डुबकी लगाई थी।
अखिलेश के कुंभ पहुंचने से राजनीतिक गलियारों में हलचल।
अखिलेश यादव ने अब संगम में डुबकी लगाकर उत्तर प्रदेश की सियासत को गरमा दिया है। महाकुंभ स्नान के बाद अखिलेश यादव ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने 11 डुबकी लगाई हैं। दरअसल, सपा अध्यक्ष रविवार को प्रयागराज पहुंचे थे। संगम नगरी पहुंचने के बाद वह सीधे संगम घाट पहुंचे। वहां उन्होंने समर्थकों के साथ संगम में डुबकी लगाई। सपा अध्यक्ष के पार्टी द्वारा लगाए गए शिविर में जाने की भी चर्चा है।
कुंभ पहुंचकर की भाजपा की रणनीति ध्वस्त। Mahakumbh 2025
दरअसल, यूपी में विधानसभा उपचुनाव के नतीजों के बाद राज्य की राजनीतिक तस्वीर बदलती दिख रही है। लोकसभा चुनाव 2024 के दौरान अखिलेश यादव ने पीडीए की राजनीति के जरिए भारतीय जनता पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाया। भाजपा अपने मजबूत किले में दूसरे स्थान पर खिसक गई। यूपी में पार्टी की करारी हार ने पीएम मोदी को केंद्र में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने से रोक दिया। इसके बाद उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आगरा से ‘बनटोगा तो कटोगा’ का नारा दिया।
विपक्षी दलों पर बन रहा था दबाव। Mahakumbh 2025
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी कैबिनेट के महाकुंभ स्नान के बाद विपक्षी दलों पर दबाव बढ़ गया था। सवाल उठ रहे थे कि क्या विपक्ष को हिंदू वोट बैंक की परवाह नहीं है? दरअसल, समाजवादी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के नेताओं के दूसरे धार्मिक कार्यक्रमों में जाने की तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की जा रही थीं। ऐसे में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव किसी बड़े वोट बैंक को नाराज करने का जोखिम नहीं उठाना चाहते थे।
अखिलेश का कुंभ जाना राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण।
अखिलेश यादव का संगम में डुबकी लगाना राजनीतिक रूप से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। दरअसल, भारतीय जनता पार्टी विपक्षी दलों के महाकुंभ से दूर रहने को बड़ा मुद्दा बना रही थी। उत्तर प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी समाजवादी पार्टी ने अब अलग चाल चली है। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव रविवार को संगम तट पर पहुंचे और आस्था की डुबकी लगाई। इसके जरिए वह बड़े हिंदू वोट बैंक को लुभाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं।
क्या अखिलेश यादव पर हावी रही बीजेपी की राजनीति?
उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि हरियाणा और महाराष्ट्र में भी बीजेपी की जीत में सीएम योगी के नारे ने बड़ी भूमिका निभाई। उत्तर प्रदेश विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी ने ? में से ? सीटें जीतीं। इसके साथ ही भारतीय जनता पार्टी की ध्रुवीकरण की राजनीति एक बार फिर अखिलेश यादव की पीडीए राजनीति पर हावी होती दिखी। ऐसे में अखिलेश यादव सॉफ्ट हिंदुत्व की राजनीति के जरिए बीजेपी के वोट बैंक में सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। वह महाकुंभ स्नान के जरिए बीजेपी की रणनीति का मुकाबला करने की कोशिश कर रहे हैं।
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