एमपी। पुलिस भर्ती प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए जल्द ही पुलिस कर्मी भर्ती बोर्ड का गठन एमपी में किया जाएगा। पुलिस विभाग की मांग पर एमपी सीएम मोहन यादव ने बोर्ड बनाए जाने का प्रस्ताव तैयार करने एवं उसे कैबिनेट में भेजने के निर्देश एमपी पुलिस के डीजीपी कैलाश मकवाणा को दिए है। कैबिनेट से स्वीकृत मिलने के बाद बोर्ड बनाया जाएगा। इस बोर्ड में एमपी की पिछड़ी जनजातिय बैगा, सहरिया के लिए सीएम ने विशेष निर्देश दिए है। जिससे इस जाति के युवाओं को भी पुलिस भर्ती में लाभ मिल सके।
इन पदों पर होगी भर्ती
मध्य प्रदेश पुलिस भर्ती के लिए जो अलग से बोर्ड बनाया जाएगा, उसके माध्यम से एमपी में आरक्षक, उपनिरीक्षक सहित तृतीय श्रेणी के अन्य पदों पर भर्ती पुलिस बोर्ड करेगा। इसका लाभ यह होगा कि भर्ती प्रक्रिया जल्दी पूरी हो सकेगी। अभी कर्मचारी चयन मंडल से भर्ती की जा रही, जिसमें पूरी प्रक्रिया में लगभग दो वर्ष लग जाते हैं।
पुलिस बल की कंमी होगी दूर
पुलिस विभाग बल की कंमी से जुझ रहा है। जिसके चलते पुलिस मुख्यालय की चयन शाखा भर्ती बोर्ड बनाने का सुझाव काफी समय से सरकार के समक्ष भेज रहा है। कानून व्यवस्था की समीक्षा बैठक कर रहे मुख्यमंत्री मोहन यादव के समझ बल की कंमी और भर्ती बोर्ड को बात रखी गई थी। जिस पर सीएम ने बोर्ड बनाने के लिए प्रस्ताव मगाऐ है।
20 हजार रिक्त है पद
जानकारी के तहत पुलिस कर्मियों के तकरीबन 20 हजार पद रिक्त है। 7500 पुलिस आरक्षक एवं 500 उपनिरिक्षकों के पदों को भरने के लिए राज्य शासन ने स्वीकृत दे दी है। पुलिस अधिकारियों का मानना है कि अगर पुलिस भर्ती बोर्ड बन जाता है तो भर्ती प्रक्रिया में जल्दी होगी और खाली पड़े पदो को समय पर भरा जा सकेगा। जिससे पुलिस बल की कंमी दूर होगी।