Paris 2024 Olympics: Olympic के Symbol में पांच Ring का क्या मतलब है?

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Paris 2024 Olympics: पेरिस ओलंपिक्स 2024 की शुरुआत होने जा रही है जिससे इस समय ओलंपिक्स की ख़बरें हर तरफ़ छायी हुई हैं। हमेशा ही आपने Olympic games के नाम पर 5 रिंग वाले सिंबल को तो देखा ही होगा जिसमे सभी रिंग्स अलग-अलग कलर्स की होती हैं और एक दुसरे से जुडे होते हैं। इसे देख के मन में एक सवाल उठता है की आखिर ये ऐसा क्यों बना है? सबके कलर्स अलग क्यों है? तो इनका जवाब पाने के लिए लेख को पूरा पढ़ना होगा……

5 महाद्वीपों को दर्शाते हैं ये रिंग ;

Olympic के सिम्बल पर बने 5 रिंग दुनिया के 5 महाद्वीप एशिया, अफ्रीका, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका को दर्शाता है।ओलिंपिक खेल में दुनिया भर के सभी देश शामिल होते हैं इसलिए सभी देशो को समाहित रखने वाले महाद्वीपों को इसके सिम्बल के रूप में दर्शाया जाता है। हमेशा देखा जाता है। इसमें सभी रिंग्स एक दुसरे से जुडे होते हैं जिसका मतलब ये है की सारी दुनिया एक साथ है और एक-दुसरे से जुडी हुई है।

सभी महाद्वीपों के अलग-अलग रंग ;

Olympic प्रतियोगिता में सभी महाद्वीपों की अलग- अलग रंगो की रिंग होती हैं और सभी का अपना महत्व होता है। इसमें अमेरिका को लाल रंग, एशिया को पीले रंग, अफ्रीका को काले रंग, नीला रंग यूरोप के लिए और ऑस्ट्रेलियन महाद्वीप को हरे रंग से दर्शाया गया है। महाद्वीपों के हिसाब सभी का अपना महत्व होता है।

ओलम्पिक के सिम्बल को किसने बनाया ;

Olympic प्रतियोगिता के प्रतीक को ओलम्पिक के सह-संस्थापक और फ्रांसीसी कलाकार पियरे डी कुबर्टिन ने बनाया था इन्होने ये प्रतीक 1913 में बनाया जिसे अकधिकारिक तौर पर 1914 में स्वीकार कर लिया गया। दुनिया के सभी महाद्वीपों का प्रतिनिधित्व करने वाले छल्लों को ओलंपिक्स के ध्वज में भी स्वीकार किया गया।

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