Pandit Dhirendra Shastri News: पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि ऐसे मूर्खों से मैं पूछना चाहता हूं कि देश में बकरीद भी तो आती है, उसे बंद करवा दो. लाखों बकरे काटे जाते हैं तो जीव हिंसा भी रुकेगी और उन पैसों को गऱीबों में बांट दो. बकरीद पर जीव हिंसा होती है, क्या उससे पर्यावरण संतुलन नहीं बिगड़ता है?
Pandit Dhirendra Shastri News: कुछ राज्यों में दिवाली पर पटाखे जलाने पर प्रतिबंध को लेकर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री ने कहा है कि बकरीद के समय बकरे की कुर्बानी दी जाती है, लेकिन उस पर कोई प्रतिबंध नहीं लगता है. क्या सिर्फ सनातनी त्योहारों से पर्यावरण संतुलन बिगड़ता है. उन्होंने हिंदू त्योहारों पर प्रशासन के दोहरे रवैये पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह षड्यंत बंद होना चाहिए। दिवाली होली पर सवाल उठाने वालों का ज्ञान बकरीद और न्यू ईयर पर कहां जाता है. हमें ऐसे लोगों पर सुतली बम रखवाना है.
हिंदू त्योहारों पर आलोचक सक्रिय हो जाते हैं: पंडित धीरेन्द्र शास्त्री
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि जब भी सनातनी पर्व आते हैं, तो आलोचना करने वाले सक्रिय हो जाते हैं. कोई कानून की बात करता है, तो कोई रोक लगाने की मांग करता है. लोग कहते हैं कि दिवाली में जितना तेल खर्च होगा, उतना गरीबों में बांट दिया जाए तो, उनका कल्याण होगा। ऐसे मूर्खों से मैं पूछना चाहता हूं कि देश में बकरीद भी तो आती है, उसे बंद करवा दो. लाखों बकरे काटे जाते हैं तो जीव हिंसा भी रुकेगी और उन पैसों को गऱीबों में बांट दो. बकरीद पर जीव हिंसा होती है, क्या उससे पर्यावरण संतुलन नहीं बिगड़ता है?
दोगली बात करने वालों पर सुतली बम रखना है
पंडित धीरेन्द्र शास्त्री ने कहा कि होली आती है तो पानी खराब होता है, लेकिन जब खून खराबा होता है तब यह स्टेटमेंट नहीं देते हैं. तब यह कानून लागू करने की बात नहीं करते हैं. जो ऐसे दो पक्षीय बातें करते हैं, इन लोगों पर ही हमें सुतली बम रखवाना है. हमने सुतली बम खरीद लिया है. दिवाली अच्छे से मनाना है. यह देश का दुर्भाग्य है कि सिर्फ सनातन को ही निशाना बनाया जाता है.
नए साल पर पूरी दुनिया में पटाखे जलते हैं
शास्त्री ने आगे कहा कि बाकी धर्मों के त्योहारों में भी आतिशबाजी होती है. एक साहब कहते हैं कि पटाखों से प्रदूषण होता है, लेकिन इनका ज्ञान 1 जनवरी को गायब हो जाता है. हैप्पी न्यू ईयर के नाम पर पूरी दुनिया में पटाखे जलते हैं. तब प्रदूषण नहीं होता है. लेकिन दिवाली पर प्रदूषण होता है.