रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बयान से गिड़गिड़ाया पाकिस्तान, दे रहा गीदड़भभकी

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पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा है कि पाकिस्तान उकसावे के किसी भी कदम के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम और दृढ है. पाकिस्तान ने ये प्रतिक्रिया राजनाथ सिंह के बयान के बाद दी है जिसमें उन्होंने 5 अप्रैल को कहा था कि भारत सरकार देश की शांति में खलल डालने की कोशिश करने वाले आतंकवादियों को नहीं बख्शेगी, चाहे वे पाकिस्तान में ही क्यों न छिपे हों. सरकार उनका हिसाब-किताब करेगी।

पड़ोसी देश पाकिस्तान में फल-फूल रहे आतंकवादियों के खात्मे को लेकर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कि ओर से दिए गए बयान पर पाकिस्तान ने प्रतिक्रिया दी है. पाकिस्तान विदेश मंत्रालय ने बयान जारी करते हुए कहा है कि पाकिस्तान, भारत के रक्षा मंत्री की ओर से की गई भड़काऊ टिप्पणियों की निंदा करता है.

पाकिस्तान में घुसकर आतंकियों को खत्म करने के रिपोर्ट से जुड़े एक सवाल का जवाब देते हुए राजनाथ सिंह ने 5 अप्रैल को कहा था कि भारत सरकार देश की शांति में खलल डालने की कोशिश करने वाले आतंकवादियों को नहीं बख्शेगी, चाहे वे पाकिस्तान में ही क्यों न छिपे हों. सरकार उनका भी हिसाब-किताब करेगी। एक निजी न्यूज चैनल के इंटरव्यू में राजनाथ सिंह ने यह भी कहा था कि कोई भी आतंकवादी यदि पाकिस्तान से भारत को परेशन करेगा या परेशान करने का प्रयास करेगा, भारत में आतंकवादी हरकतें करेगा, तो उसका मुहतोड़ जवाब देंगे। यदि वो भाग कर पाकिस्तान जाएगा, तो पाकिस्तान में घुस के मारेंगे।

अब गिड़गिड़ाया पाकिस्तान

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के इस बयान से पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय ने 6 अप्रैल को बयान जारी करते हुए कहा कि ‘पाकिस्तान ने 25 जनवरी 2024 को पाकिस्तान की धरती पर अंतरराष्ट्रीय हत्याओं से जुड़े भारतीय मिशन को लेकर साक्ष्यों को पेश किया था. पाकिस्तान के नागरिकों को मनमाने ढंग से आतंकवादी करार देना और सजा देने का दावा करना स्पष्ट रूप से दोषी होने की स्वीकारोक्ति है. ऐसे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए यह जरुरी है कि वह भारत को उसके जघन्य और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए जवाबदेह ठहराए।

पाकिस्तान विदेश मंत्रालय के बयान में आगे कहा गया है कि ‘पाकिस्तान उकसावे के किसी भी कदम के खिलाफ अपनी संप्रभुता की रक्षा करने में सक्षम और दृढ है. जिस तरह फरवरी 2019 में भारत की घुसपैठ को जवाब मिला और उसके खोखले दावों को उजागर किया गया. भारत की सत्तारूढ़ व्यवस्था अति-राष्ट्रवादी भावनाओं को भड़काने के लिए आदतन घृणित बयानबाजी का सहारा लेती है और चुनावी लाभ के लिए इस तरह के तर्क का इस्तेमाल करती है. इस तरह का अदूरदर्शी और गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार न केवल क्षेत्रीय शांति को कमजोर करता है बल्कि भविष्य में रचनात्मक जुड़ाव की संभावनाओं को भी बाधित करता है. बयान में यह भी कहा गया है कि पाकिस्तान ने हमेशा क्षेत्र में शांति के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दिखाई है. हालांकि शांति की हमारी इच्छा को गलत नहीं समझा जाना चाहिए। इतिहास पाकिस्तान के मजबूत संकल्प और अपनी रक्षा की क्षमता का गवाह है.

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