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Pakistan America Conflict: अमेरिका के इस फैसले से नाराज पाकिस्तान

Pakistan America Conflict: अमेरिका ने पाकिस्तान के तमाम मिसाइल प्रोग्राम पर प्रतिबंध लगा दिया है . इससे पाकिस्तान में नाराजगी है और उसने अमेरिका पर दोहरे मापदंड अपने का गंभीर आरोप लगाया है .

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अमेरिका ने पाकिस्तान के लंबी दूरी के  बैलिस्टिक मिसाइल  पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। इस कदम से दोनों के रिश्तों में और खटास आ गई है . आपको बता दे कि अमेरिका ने इस हफ्ते पाकिस्तान के नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स और उससे जुड़ी तीन कंपनियों पर कार्रवाई की.

इन पर हथियारों के प्रसार में शामिल होने का आरोप है. पाकिस्तान ने इस कदम को पक्षपाती बताया और इसे क्षेत्रीय स्थिरता के लिए खतरनाक कहा. अमेरिका ने नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, एफिलिएट्स इंटरनेशनल और रॉकसाइड एंटरप्राइज की अमेरिकी संपत्तियां फ्रीज कर दी हैं. अमेरिका के मुताबिक, ये संगठन शाहीन बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम में अहम भूमिका निभा रहे थे.

पाकिस्तान में नाराजगी

पाकिस्तान ने इन आरोपों को बेबुनियाद बताया . उसने अमेरिका पर “दोहरे मानदंड” अपनाने का आरोप लगाया . उसका कहना है कि अमेरिका अन्य देशों को उन्नत सैन्य तकनीक देता है लेकिन पाकिस्तान पर पाबंदियां लगाता है.

इमरान खान की पार्टी के प्रवक्ता ने प्रतिबंधों को बताया अनुचित

पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियों ने भी इन प्रतिबंधों का विरोध किया . आपको बता दे कि इस पूरे घटना क्रम पर पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी के प्रवक्ता ने इन प्रतिबंधों को अनुचित बताया और अमेरिका से इसे वापस लेने की अपील की.

अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा उप-सलाहकार जॉन फाइनर ने कहा कि अगर यह  सिलसिला  जारी रहा तो पाकिस्तान अमेरिका तक पहुंचने वाली मिसाइल बना सकता है।  उन्होंने इस तकनीक को केवल भारत के खिलाफ रक्षा के लिए बताने पर भी सवाल उठाए.

1998 से परमाणु शक्ति संपन्न देश है पाकिस्तान

पाकिस्तान 1998 से परमाणु शक्ति संपन्न देश है और अपने मिसाइल प्रोग्राम को भारत के साथ रणनीतिक संतुलन बनाए रखने का जरिया मानता है. दोनों देशों ने कई बार मिसाइल परीक्षण किए हैं.

विशेषज्ञ मानते हैं कि यह प्रतिबंध उन्नत मिसाइल तकनीक के प्रसार को रोकने की अमेरिका की रणनीति का हिस्सा हैं. वॉशिंगटन में विदेश नीति विशेषज्ञ माइकल कुगेलमैन ने कहा, “पाकिस्तान के प्रोग्राम को अमेरिकी धरती के लिए खतरा बताना एक गंभीर बयान है.”

अमेरिका पर भारत को प्राथमिकता देने का आरोप

चीन के साथ पाकिस्तान की बढ़ती नजदीकी ने अमेरिका के साथ उसके संबंधों को और उलझा दिया है. वहीं, अमेरिका पर भारत को प्राथमिकता देने का आरोप भी लगाया जाता है. पाकिस्तान का कहना है कि उसका मिसाइल प्रोग्राम सिर्फ रक्षा के लिए है. हालांकि विशेषज्ञों को डर है कि यह कदम क्षेत्रीय अस्थिरता को बढ़ा सकता है.

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