World’s Biggest Earthquake: हाल ही में नेपाल में 3 नवंबर की रात 6.4 की तीव्रता से भूकंप के झटके आए. जिसमें लगभग 154 लोगों की मौत हो चुकी है, और 140 से ज्यादा लोग घायल हो चुके हैं. लेकिन हम आपको आज विश्व के सबसे बड़े भूकंप के बारे में बताएंगे। इस भूकंप में 6000 लोगों की मौत हुई थी. इसे इतिहास का सबसे बड़ा भूकंप कहा जाता है. एक तरफ सारी दुनिया गुड फ्राइडे की तैयारी कर रही थी, उधर चिली की धरती दहल उठी और लगातार 10 मिनट तक हिलती रही.
साल 22 मई 1960 में दिन था गुड फ्राइडे. सारी दुनिया त्योहार की तैयारी कर रही थी. उधर चिली की धरती अचानक दहल उठी और लगातार 10 मिनट तक हिलती रही. लोग अपने घरों से निकल कर बाहर आ गए. कुछ तो समझ ही नहीं पाए. पर जिन्होंने इसे जाना तो उन्हें अपनी मौत का आभास होने लगा. अचानक धरती 9.4 की तीव्रता से हिलने लगी और देखते ही देखते बड़ी -बड़ी इमारतें ढह गईं. इस आपदा में लगभग 6000 लोगों की जान चली गई. इस भूकंप का असर जापान, फिलीपींस, न्यूजीलैंड, ऑस्ट्रेलिया में भी हुआ.
सबसे ज्यादा मौतें किस भूकंप से हुई?
अब तक दुनिया का सबसे घातक भूकंप चीन के शानक्सी प्रान्त में साल 23 जनवरी 1556 में आया था. इसकी तीव्रता 8.0 थी. हालांकि यह चिली से ज्यादा बड़ा नहीं था. लेकिन इसमें होने वाली मौतें भूकंप के इतिहास में सबसे ज्यादा दर्ज हैं. साथ ही यह अब तक का सबसे बड़ा विनाशकारी भूकंप साबित हुआ. इस भूकंप में लगभग 830000 लोगों की मौत हुई.
विश्व में सबसे ज्यादा भूकंप कहाँ आते हैं?
दुनिया में सबसे ज्यादा भूकंप की गिनती में आने वाला देश इंडोनेशिया है। रिंग ऑफ़ फायर की स्थिति में होने के कारण यहां सबसे ज्यादा भूकंप आते हैं. इसके अलावा जावा और सुमात्रा भी इसी क्षेत्र में आते हैं. प्रशांत महासागर के पास स्थित यह क्षेत्र दुनिया का सबसे खतरनाक भू-भाग कहा जाता है.
भारत में सबसे ज्यादा भूकंप कहाँ आते हैं?
भारत में अब तक सबसे ज्यादा भूकंप आने की बात करें तो यह हिमालय पर्वत और इसके आसपास के इलाके में आता है. रिपोर्ट्स के अनुसार, करीब चार करोड़ वर्ष पहले भारतीय उपमहाद्वीप यहीं पर यूरेशियाई प्लेट से टकराया था. और हिमालय पर्वत का निर्माण हुआ. यह हर साल 1 सेंटीमीटर ऊँचा उठ रहा. इसी हलचल के कारण इस इलाके में अक्सर भूकंप के झटके आते रहते हैं. हिमालय और इसके आसपास में पड़ने वाले हिस्से कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम, उत्तर-पश्चिमी राज्य आते हैं.
रिपोर्ट्स के अनुसार, भारत को भूकंप के खतरे के हिसाब से कई जोन में बांटा गया है. जैसे- जोन-1, जोन-2, जोन-3, जोन-4, जोन-5. जोन-5 सबसे ज्यादा खतरनाक और जोन-1 सबसे कम खतरनाक माना जाता है. जोन-5 में गुजरात का कच्छ इलाका, उत्तरांचल का एक हिस्सा और पूर्वोत्तर राज्य शामिल हैं. जोन-4 में मुंबई, दिल्ली, जैसे महानगरों के अलावा जम्मू-कश्मीर, हिमांचल प्रदेश, उत्तरप्रदेश, शामिल हैं.
वहीं जोन-3 में केरल, बिहार, पंजाब, महाराष्ट्र, पश्चिमी राजस्थान, मध्यप्रदेश का कुछ भाग आता है. जोन -2 में तमिलनाडु, राजस्थान और मध्यप्रदेश का कुछ भाग, पश्चिम बंगाल और हरियाणा आते हैं. वहीं जोन-1 में पश्चिमी मध्यप्रदेश, पूर्वी महाराष्ट्र, आंध्रप्रदेश, कर्नाटक और उड़ीसा राज्य शामिल हैं.