Awareness Alert: Corona की आहट पर अपनों को एहतियात, सजगता ही है सुरक्षा

Covid Cases In India Delhi

Corona Alert In Hindi: वैश्विक महामारी कोरोना की त्रासदी अभी हम भूलने पाते कि उससे पहले ही एक बार फिर दुनिया के कुछ हिस्सों से कोरोना अपने नए स्वरूप के साथ लोगों को डराने को तैयार है। यदा-कदा कोरोना के न्यू वैरिएंट की गिरफ्त में लोगों के आने के मामलों की खबरें सामने आ रही हैं। भले ही बीते वर्षों की भयावह लहर अब बीत चुकी है, लेकिन वायरस के नए वेरिएंट और बदलते मौसम के साथ संक्रमण की संभावना फिर से सिर उठा सकती है।

ऐसे में यह जरूरी है कि हम बिल्कुल न घबराएं लेकिन,लापरवाह भी न रहें। अपने परिवार, बच्चों और बुजुर्गों की सुरक्षा के साथ अपने घर में आने-जाने वालों से जहां थोड़ा डिस्टेंस मेंटेन करने के साथ उन्हें जागरूक करें और अपने पड़ोसियों में भी लापरवाही देखें तो जरूर टोकें क्योंकि यही ,सही समय है कोरोना सजग, सचेत रहने का। लेकिन पहले जानें कि क्यों कोरोना की आहट चिंता का विषय है।

कोरोना की आहट क्यों बनी चिंता का कारण ?

  • क्योंकि भारत सहित कुछ अन्य देशों में फिर से कोरोना के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं।
  • क्योंकि नए वेरिएंट की पहचान बिल्कुल सामान्य वायरल से संक्रमित मरीज जैसी होने के चलते थोड़ा मुश्किल है।
  • क्योंकि मौसम बदलने से नमी का वातावरण जहां इसके विस्तार का सुगम माध्यम बन सकता है जिससे वायरस के फैलाव की आशंका अधिक है।
  • क्योंकि सार्वजनिक स्थानों पर अभी भी भीड़ देखी जा रही है जहां एहतियात की कमी कोरोना वायरस के लिए ख़तरनाक है।

अपनों के लिए कैसे बनें सुरक्षा कवच?

  • मास्क का फिर लगातार उपयोग – हमें अपने साथ अपनों को भीड़भाड़ में मास्क पहनने की आदत फिर से प्रमुखता से अपनानी होगी ।
  • हैंड हाइजीन – हर नई चीज को छूने से पहले और बाद में हाथ धोना और सैनिटाइज़र करना कंपल्सरी करें। बुजुर्गों और बच्चों की विशेष देखभाल – बच्चों और बुजुर्गों की किसी भी रोग से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता कम होती है इसलिए बच्चों और बुजुर्गों को इसके बचाव के लिए में प्राथमिकता दें।
  • बीमार होने पर आइसोलेशन में रहें – ज़रा भी बीमार होने या कोरोना के मामूली से लक्षणों को भी नजरअंदाज न करें फौरन चिकित्सक से संपर्क करें, उसकी सलाह पर कोविड टेस्ट कराएं और स्वस्थ होने तक खुद को आईसोलेट करें।
  • घर का वातावरण शुद्ध रखें – घर में वेंटिलेशन का विशेष ध्यान रखें जिसमें प्राकृतिक रूप से शुद्ध हवा-प्रकाश घर के खिड़की-दरवाजों से कम से कम एक घंटे अंदर जरूर आएं और प्रतिदिन पौंछे में फिनाइल का उपयोग करें।

मानसिक स्वास्थ्य का रखें ख्याल

  • डर और तनाव से परिवार को दूर रखने के लिए पॉजिटिव एग्जांपल के किस्से सुने, पढ़ें और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म के जरिए सबको सुनाएं।
  • लेकिन सकारात्मक सोच के साथ-साथ सतर्कता बनाए रखें।
  • बच्चों में डर नहीं, जागरूकता विकसित करने हर संभव प्रयास करें।

सोशल मीडिया पर अफवाहों से रहें सावधान

  • इसके लिए केवल आधिकारिक स्त्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें
  • खुद भी सुनी हुई बातों को याद झूठी खबरों को न फैलाएं
  • हेल्थ मिनिस्ट्री, WHO जैसी संस्थाओं की गाइडलाइंस को ही फॉलो करें।

वैक्सीनेशन और बूस्टर डोज़ की स्थिति पर नज़र रखें

  • यदि बूस्टर डोज़ बाकी है, तो चिकित्सक की सलाह पर उसे जल्द लगवाएं।
  • खासकर बुजुर्गों और फ्रंटलाइन वर्कर्स के लिए यह विशेष रूप से ज़रूरी है।

विशेष :- कोरोना अब हमारे जीवन का एक अनुभव बन चुका है और उस अनुभव से हमें यही सीख मिली है कि सतर्कता ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। “हम सुरक्षित रहेंगे तभी अपने परिवार भी सुरक्षित रख सकेंगे” अतः अब अपना हर कदम अपनों की सुरक्षा के लिए जिम्मेदारी से कदम उठाएं और जागरूक,सजग और सचेत रहें और अपनों सहित अपने आसपास के लोगों को भी सजग करें।

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