BJP on Hindenburg : ‘काले धन का नेटवर्क अदाणी ग्रुप’ पर भाजपा ने कहा ‘विदेशों से याराना क्यों’

BJP on Hindenburg : संसदीय सत्र के बीच हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट आने के बाद देश में सियासी घमासान शुरू हो गया है। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट पर सत्ता पक्ष और विपक्ष एक दूसरे पर आरोप मढ़ रहें हैं। पहले कांग्रेस और तृणमूल कांग्रेस ने SEBI प्रमुख और केंद्र सरकार के बीच संबंध होने का आरोप लगाया। विपक्ष ने कहा कि भाजपा के सहयोग से सेबी की वर्तमान प्रमुख माधबी बुच पुरी और उनके पति के पास अदाणी समूह के कथित वित्तीय कदाचार से जुड़ी ऑफशोर एंटिटी में हिस्सेदारी है। अब भाजपा ने कांग्रेस पर हिंडनबर्ग संस्था से जुड़े होने का आरोप लगाया है।

सत्र के बीच अराजकता फैला रही कांग्रेस (BJP on Hindenburg)

10 अगस्त, शनिवार को जारी हुई हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट पर भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी (BJP on Hindenburg) ने कहा कि कांग्रेस का विदेशी संस्था हिंडनबर्ग के साथ पुराना संबंध है। कांग्रेस ने पिछले दस सालों में केवल झूठ की राजनीति की है। लंबे समय से कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी का विदेशी संस्थाओं से याराना है। ये विदेशी संस्थाएं संसद के सत्र के दौरान ही भारत की आर्थिक स्थिति से जुड़ी रिपोर्ट जारी करती हैं। जिससे देश में अराजकता फैलती है।

राहुल गाँधी का विदेशों से याराना

भाजपा सांसद सुधांशु त्रिवेदी (BJP on Hindenburg) ने कहा कि विदेशी संस्था (हिंडनबर्ग) की मंशा देश में भ्रम फैलाकर आर्थिक अराजकता पैदा करने की है। इसी के तहत अब सेबी के खिलाफ इस संस्था ने रिपोर्ट जारी की है। सुधांशु त्रिवेदी ने सवाल किया कि कांग्रेस 30-40 सालों से विदेशी कंपनियों के साथ क्यों खड़ी है। उन्होंने कहा, “मैं पूछना चाहता हूं कि विदेश की संस्थानों से यह कौन सा याराना है कि भारत की आर्थिक संस्था के हर विषय के ऊपर आपका निशाना है।”

विपक्ष के इशारे पर आती हैं विदेशी रिपोर्ट (BJP on Hindenburg)

भाजपा सांसद ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि कहा कि पिछले कुछ सालों से जब भी संसद सत्र शुरू होता है तब विदेशी संस्थाएं भारत की आर्थिक व्यवस्था पर कोई न कोई रिपोर्ट जारी कर देती हैं। हिंडनबर्ग की रिपोर्ट जनवरी माह में संसद सत्र से ठीक पहले जारी की गई थी। इसके अलावा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर डॉक्यूमेंट्री भी संसद सत्र से ठीक पहले ही आई थी। इससे यह स्पष्ट है कि विपक्ष के संबंध विदेशी संस्थाओं से जुड़े हैं। विपक्ष के इशारे पर ही हर संसद सत्र के बीच में झूठी रिपोर्ट जारी कर देश में अस्थिरता और अराजकता फैलाई जाती है।

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट का दावा (Hindenburg new Report)

हिंडनबर्ग की नई रिपोर्ट 10 अगस्त को जारी हुई है। इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि SEBI प्रमुख माधबी बुच और उनके पति की अदाणी के काले धन व अस्पष्ट ऑफशोर फंड में बराबर की हिस्सेदारी थी। इस धन को हेराफेरी और घोटाले में इस्तेमाल किया गया था। हिंडनबर्ग ने नवीनतम रिपोर्ट में यह भी दावा किया है कि भारत के अडाणी समूह पर 18 महीने पहले रिपोर्ट जारी की थी। लेकिन SEBI ने अडाणी ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। वहीं, हिंडनबर्ग की इस रिपोर्ट में बताए गए तथ्य को सेबी प्रमुख और अदाणी समूह दोनों ने ही झूठ बताया था।

काले धन का नेटवर्क है अदाणी ग्रुप

हिंडनबर्ग ने अपनी नई रिपोर्ट में कहा कि इस बात के पर्याप्त सबूत पेश किए जा चुके हैं कि भारतीय कारोबारी अडाणी ग्रुप कई बड़े घोटाले में शामिल रहा है। 40 से अधिक स्वतंत्र मीडिया द्वारा इस बात का खुलासा करने के बाद भी SEBI ने अडाणी ग्रुप के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। जबकि मॉरीशस में अदाणी ग्रुप के काले धन के नेटवर्क की पूरी जानकारी देने के बाद भी कार्रवाई नहीं हुई। उलटा SEBI ने 2024 में हिंडनबर्ग को ही एक स्पष्ट ‘कारण बताओ’ नोटिस भेजा। क्योंकि इन संस्थाओं का संचालन कथित तौर पर अदाणी समूह के अध्यक्ष गौतम अदाणी के बड़े भाई विनोद अदाणी करते हैं।

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