NITI Aayog: नीति आयोग की बैठक को बीच में छोड़कर पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बहार आ गयी। उन्होंने सरकार पर कई गंभीर आरोप लगाए।
दिल्ली में चल रही नीति आयोग की बैठक से ममता बनर्जी ने यह कहते हुए वॉकआउट कर दिया कि जब उन्होंने राज्य के लिए धन आबंटन के बारे में बोलना शुरू किया तो उनका माइक बंद कर दिया गया। उन्होंने आरोप लगाया कि बजट में पश्चिम बंगाल के साथ भेद भाव हुआ है. उन्होंने ने सरकार पर आरोप लगाया कि मुझे बोलने के लिए सिर्फ 5 मिनट का समय दिया गया जबकि अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री 15 से 20 मिनट तक बोले।मैं विपक्ष की एकमात्र व्यक्ति थी जो भाग ले रही थी लेकिन फिर भी मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई. यह अपमानजनक है.
बैठक में फिर कभी नहीं आउंगी
ममता बनर्जी ने एक बार फिर से राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप केंद्र पर लगाया है. उनका कहना है कि यह बहुत ही अपमानित करने वाला है. पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा है कि नीति आयोग की बैठक में वह अब कभी नहीं आएंगी. ममता बनर्जी ने कहा कि केंद्र सरकार को राज्य सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए.
विपक्ष ने किया था बहिष्कार
विपक्षी नेता बजट में उनके राज्यों के साथ भेदभाव का आरोप लगा रहे हैं. उन्होंने बजट आने के बाद ही सरकार पर भेदभावपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाते हुए नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने का ऐलान कर गिया था. तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन ने केंद्रीय बजट में उनके राज्य को पूरी तरह से नजरअंदाज करने की बात कही थी.
आज हो रही है नीति आयोग की बैठक
प्रधानमंत्री मोदी 27 जुलाई को नीति आयोग की गवर्निंग काउंसिल की 9वीं बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. इसमे सभी राज्यों के मुख्यमंत्री, केंद्र शासित प्रदेशों के उपराज्यपाल और कई केंद्रीय मंत्री शामिल हैं, वहीं कुछ राज्यों के सीएम ने इस बैठक का बहिष्कार किया है. ममता बनर्जी ही सिर्फ विपक्ष की तरफ से शामिल हुईं थीं.