SGMH रीवा में CM हेल्पलाइन से गुहार के बाद मिली जगह, दो घंटे की लापरवाही ने छीना मासूम की जान

SGMH Rewa

Negligence in SGMH Rewa took away the life of an innocent child: रीवा के शासकीय संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल (SGMH) ने एक बार फिर अपनी संवेदनहीनता का चरम प्रदर्शन किया है, जहां पन्ना जिले के अमंगढ़ गांव के 13 वर्षीय मासूम मनीष साहू, जो खेलते हुए बिजली की चपेट में आकर बुरी तरह से झुलस गया था। पन्ना से रेफर होकर SGMH रीवा आने पर दो घंटे तक बर्न यूनिट से सात नंबर वार्ड तक भटकने के बाद मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 की गुहार पर ही बच्चा वार्ड में जगह मिली, लेकिन तब तक उसकी सांसें उखड़ चुकी थीं और रविवार देर रात वेंटिलेटर पर उसने अंतिम सांस ली, जिसका दृश्य परिजनों के लिए किसी बुरे सपने से कम नहीं था।

इसे भी पढ़ें : रीवा हाट: सांस्कृतिक धरोहर का भव्य मेला, 6 से 8 अक्टूबर तक कृष्णा राजकपूर ऑडिटोरियम में धूम मचेगी

बतादें कि विंध्य के सबसे बड़े अस्पताल में दूर दराज से मरीज ईलाज के लिए आते है, लेकिन यहां का आलाम ऐसा है कि मरीजों को ईलाज के नाम पर धक्के खाने पड़ रहे है। यहा आकाशीय बिजली की जद में आए 13 साल के बच्चे को ईलाज के लिए परिजन लेकर पहुचे थें। अस्पताल में बच्चे का ईलाज करने के बजाए उन्हे इधर-से-उधर दौड़ाते रहे। इतना ही नही परेशान करने के लिए बॉटल लगाकर परिजनों को पकड़ा दिए। तकरीबन दो घंटे तक परेशान मरीज और उसके परिजनों ने सीएम हेल्पलाइन में इसकी शिकायत किए। जिससे अस्पताल प्रशासन हरकत में आया और बच्चे का ईलाज शुरू हो पाया।

इस तरह से भटकते रहे परिजन

परिजनों के अनुसार पहले उन्हें बर्न वॉर्ड भेजा गया। जहां बच्चे को एडमिट करने से मना कर दिया गया। बाद में बच्चे को 7 नंबर वॉर्ड में भेजा गया। लेकिन वहां भी भर्ती नहीं किया गया। जिसके बाद परिजन बच्चे को लेकर खड़े रहे और मुख्यमंत्री हेल्पलाइन में फोन करके शिकायत किए। 2 घंटे की देरी से बच्चे को किसी कदर बच्चा वॉर्ड में भर्ती किया गया। तब तक उसकी हालत काफी बिगड़ गई और वह अब वेंटिलेटर पर है।

महोबा से लेकर आए थे परिजन

बताया जाता है कि 13 वर्षीय मनीष साहू 30 अगस्त को आकाशीय बिजली की जद में आने से उसकी तबियत खराब हो गई थी। परिजन उसे पहले महोबा के अस्पताल में भर्ती किए थे और फिर पन्ना अस्पताल ले गए। ईलाज के दौरान पन्ना से रीवा के अस्पताल भेजा गया था। परिजन रीवा के अस्पताल बच्चे को लेकर पहुचे थे, लेकिन लापवाही के चलते वें अस्पताल में ईलाज के लिए परेशान रहें। इस मामले में अस्पताल अधीक्षक डॉक्टर राहुल मिश्रा का कहना है कि यह मामला सामने आया है और इसमें जांच करवाई जा रही है। लापरवाही किसी भी तरह से बर्दाश्त नही की जाएगी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *