Neetu Kapoor Birthday: नीतू सिंह, जिन्हें नीतू कपूर के नाम से भी जाना जाता है, भारतीय सिनेमा की एक ऐसी अभिनेत्री हैं जिन्होंने अपने अभिनय, आकर्षण और अनुग्रह से लाखों दिलों को जीता। 70 और 80 के दशक की बॉलीवुड की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक, नीतू ने न केवल अपनी प्रतिभा से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया, बल्कि अपने निजी जीवन में भी एक मिसाल कायम की। आइए, उनके जीवन और करियर की पांच रोचक बातों पर नजर डालें, जो उन्हें एक खास व्यक्तित्व बनाती हैं।
बाल कलाकार से स्टारडम तक का सफर
नीतू सिंह ने अपने अभिनय करियर की शुरुआत तब की थी, जब वह महज 8 साल की थीं। “बेबी सोनिया” के नाम से उन्होंने 1966 में फिल्म सूरज में डेब्यू किया। उसी साल रिलीज हुई फिल्म दो कलियाँ में उनकी दोहरी भूमिका ने दर्शकों और समीक्षकों का ध्यान खींचा। उनकी मासूमियत और नैसर्गिक अभिनय ने उन्हें बचपन में ही एक उभरती हुई सितारा बना दिया। नीतू की यह शुरुआत उनके लंबे और शानदार करियर की नींव साबित हुई।
ऋषि कपूर के साथ आइकॉनिक जोड़ी
नीतू सिंह और ऋषि कपूर की जोड़ी को बॉलीवुड की सबसे यादगार जोड़ियों में से एक माना जाता है। इस जोड़े ने खेल खेल में (1975), कभी कभी (1976), अमर अकबर एंथनी (1977), और बरसात की एक रात (1981) जैसी कई हिट फिल्मों में एक साथ काम किया। कुल मिलाकर, दोनों ने 12 फिल्मों में स्क्रीन साझा की, और उनकी ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री ने दर्शकों को दीवाना बना दिया। उनकी ऑफ-स्क्रीन प्रेम कहानी भी उतनी ही खूबसूरत थी, जो 1980 में शादी के बंधन में बंधी।
26 साल बाद शानदार कमबैक
1980 में ऋषि कपूर से शादी के बाद नीतू ने अपने परिवार पर ध्यान देने के लिए 1983 में फिल्म इंडस्ट्री से ब्रेक ले लिया। लेकिन 26 साल बाद, 2009 में, उन्होंने इम्तियाज अली की फिल्म लव आज कल में एक छोटी, लेकिन प्रभावशाली भूमिका के साथ धमाकेदार वापसी की। इसके बाद दो दूनी चार (2010) और जब तक है जान (2012) जैसी फिल्मों में उनके अभिनय ने साबित किया कि उनकी प्रतिभा समय के साथ और निखर गई है।
सौंदर्य और फिटनेस का राज
नीतू सिंह की चमकदार त्वचा और फिटनेस उनके प्रशंसकों के बीच हमेशा चर्चा का विषय रही है। वह अपनी सुंदरता का श्रेय सकारात्मक सोच, नियमित कार्डियो व्यायाम, और प्राकृतिक उपचारों को देती हैं। नीतू ने एक साक्षात्कार में बताया कि वह खीरे का पानी, मुल्तानी मिट्टी, और हल्दी जैसे घरेलू नुस्खों का उपयोग करती हैं। इसके अलावा, वह मानती हैं कि खुश रहना और तनावमुक्त जीवन उनकी सुंदरता का सबसे बड़ा रहस्य है।
माँ के सपनों के लिए बनीं अभिनेत्री
नीतू की माँ, राजी सिंह, स्वयं एक अभिनेत्री बनना चाहती थीं, लेकिन उनके सपने पूरे नहीं हो सके। उन्होंने अपनी इस इच्छा को नीतू के जरिए जीवित रखा और उन्हें अभिनय की दुनिया में प्रोत्साहित किया। खास बात यह है कि 1975 की फिल्म रानी और लालपारी में नीतू ने अपनी माँ राजी सिंह के साथ स्क्रीन साझा किया, जहाँ राजी ने उनकी माँ की भूमिका निभाई। यह माँ-बेटी का यह खूबसूरत पल नीतू के करियर का एक यादगार लम्हा है।