National Herald Money Laundering, ED Charges: दिल्ली की राऊज एवेन्यू कोर्ट में बुधवार (21 मई 2025) को नेशनल हेराल्ड मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चौथी सुनवाई हुई, जिसमें प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कांग्रेस नेताओं सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) और राहुल गांधी (Rahul Gandhi) पर गंभीर आरोप लगाए। ED ने कोर्ट को बताया कि सोनिया और राहुल ने 142 करोड़ रुपये की अपराध आय (proceeds of crime) का लाभ उठाया। यह मामला एसोसिएटेड जर्नल्स लिमिटेड (AJL) की 2000 करोड़ रुपये से अधिक की संपत्तियों के कथित अवैध अधिग्रहण से जुड़ा है।
Young Indian Takeover, Money Laundering Charges On Rahul Gandhi: ED के विशेष वकील जोहेब हुसैन ने कोर्ट में दावा किया कि सोनिया और राहुल, जो यंग इंडियन प्राइवेट लिमिटेड में 38-38% शेयरधारक हैं, ने 50 लाख रुपये के भुगतान के बदले AJL की 90.25 करोड़ रुपये की संपत्तियों पर नियंत्रण हासिल किया। ED का कहना है कि यह लेनदेन मनी लॉन्ड्रिंग का हिस्सा था, जिसमें यंग इंडियन ने AJL की संपत्तियों को कम कीमत पर हासिल कर लाभ कमाया। इसके अलावा, ED ने सोनिया, राहुल, सैम पित्रोदा, सुमन दुबे, और अन्य पर आपराधिक साजिश रचने का आरोप लगाया। जांच एजेंसी का दावा है कि इस मामले में पर्याप्त प्रारंभिक सबूत हैं, जो मनी लॉन्ड्रिंग के अपराध को साबित करते हैं। ()
नेशनल हेराल्ड अखबार का प्रकाशन करने वाली AJL की संपत्तियों को 2010 में यंग इंडियन ने कथित तौर पर हासिल किया था। ED का आरोप है कि यह अधिग्रहण कांग्रेस पार्टी के फंड का दुरुपयोग कर किया गया। यह मामला 2012 में तत्कालीन बीजेपी सांसद सुब्रमण्यम स्वामी की शिकायत से शुरू हुआ, जिन्होंने गांधी परिवार और अन्य कांग्रेस नेताओं पर धोखाधड़ी और धनशोधन का आरोप लगाया था। 2021 में ED ने इस मामले में औपचारिक जांच शुरू की थी।
राऊज एवेन्यू कोर्ट के विशेष जज विशाल गोगने ने मामले की सुनवाई 21 और 22 मई के लिए निर्धारित की थी। 8 मई की पिछली सुनवाई में सोनिया और राहुल ने ED के दस्तावेजों का अध्ययन करने के लिए समय मांगा था। कोर्ट ने सभी आरोपियों को चार्जशीट पर सुनवाई का अधिकार दिया है। सोनिया गांधी की ओर से वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी और राहुल गांधी की ओर से आरएस चीमा ने वर्चुअल रूप से पैरवी की।
कांग्रेस ने इन आरोपों को राजनीतिक प्रतिशोध करार दिया है। पार्टी नेता जयराम रमेश ने कहा कि यह कार्रवाई गांधी परिवार को निशाना बनाने और विपक्ष को दबाने की कोशिश है। कांग्रेस ने देशभर में ED के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किए, जिसमें दिल्ली में पार्टी कार्यालय और ED दफ्तर के बाहर प्रदर्शन शामिल थे।
नेशनल हेराल्ड मामला गांधी परिवार और कांग्रेस के लिए एक बड़ा कानूनी और राजनीतिक विवाद बना हुआ है। ED के आरोपों ने इस मामले को और गंभीर बना दिया है, और कोर्ट की अगली सुनवाई में चार्जशीट पर विचार किया जाएगा। यह मामला भारत की राजनीति में लंबे समय तक चर्चा का केंद्र रहेगा।