न्याजिया बेग़म
Musician Vishwa Mohan Bhatt Birthday: यूं तो गिटार हम सबका प्रिय वाद्य नहीं हो सकता था लेकिन उसे अपने नाम के साथ जोड़कर सारे विश्व को मोह लेने वाला बना दिया जी हां विश्व मोहन भट्ट ने जिसके लिए उन्हें ग्रैमी पुरस्कार भी मिला। उन्हें राष्ट्रीय तानसेन सम्मान, तांत्रिक सम्राट, राजस्थान रत्न से भी नवाज़ा गया। वो अपने शुद्ध और कोमल स्वरों के प्रयोग से ऐसा जोश पैदा कर देते हैं कि हम उन स्वर लहरियों में खो जाते हैं, मंत्र मुग्ध हो जाते हैं। कहते हैं ये हुनर शायद उनमें ऐसे आया कि वो पंडित रविशंकर के सबसे बड़े शिष्य रहे और उस कुलीन समूह से जुड़े थे जो कभी मुगल सम्राट अकबर के दरबारी संगीतकार तानसेन और उनके गुरु हिंदू रहस्यवादी स्वामी हरिदास के संपर्क में रहते थे, उनकी वीणा इसलिए भी हमें आकर्षित करती है कि इसमें सितार, सरोद और वीणा सभी का समावेश जान पड़ता है, और हां इसे मनभावन रूप और आकार देते हुए उसमें 14 और तार भी जोड़े गए हैं जिसे पंडित विश्व मोहन भट्ट अपने अलग अंदाज़ में बजाकर सुनने वालों में जोश और उत्साह भर देते हैं।
वहीं दूसरी तरफ उनका, तंत्रकारी अंग में मोहन वीणा पर ‘गायक अंग’ को शामिल करना भी उनकी ख़ास बात है जो उन्हें एक महान संगीतकार साबित करती है और युवाओं को अपनी ओर आकर्षित करती है क्योंकि उन्होंने युवाओं के पसंदीदा वाद्य को ही मोहन वीड़ा में ढाला था और वो भी उस वक्त जब उनकी उम्र महज़ सत्रह बरस थी, शुरू में तो ये सवाल उठते थे की पाश्चात्य वाद्य में कोई शास्त्रीय धुन कैसे बजेगी लेकिन उन वीणा की धुन सुनके हर कोई वाह कहने पर मजबूर हो जाता था और आज भी लोग झूम जाते हैं ।
पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित पंडित विश्व मोहन भट्ट का जन्म उस परिवार में हुआ, जहां लगभग 300 वर्षों से संगीत की सेवा और साधना को धर्म और कर्म मान कर जीवन समर्पित किया गया जिसे विश्व मोहन ने भी आत्मसात किया और ऐसे साधक बने जो नई पीढ़ी का भी मार्गदर्शन कर रहे हैं। आपका जन्म 27 जुलाई 1950 को राजस्थान के जयपुर में हुआ ,उनके बड़े बेटे सलिल भट्ट मोहन वीणा वादक हैं साथ ही सात्विक वीणा के भी वादक हैं और आपके छोटे बेटे सौरभ भट्ट एक संगीतकार हैं जिन्होंने फिल्मों, संगीत एल्बमों और टीवी धारावाहिकों के लिए संगीत तैयार किया है। आपके माता-पिता, मनमोहन भट्ट और चंद्रकला भट्ट भी संगीतकार थे, जिनसे आपने संगीत का ज्ञान प्राप्त किया। यहां हम आपको ये बताते चलें कि की मोहन वीणा को आप स्लाइड गिटार कह सकते हैं ।