MP Monsoon Update: मध्य प्रदेश में मानसून ने दस्तक दे दी है, और मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक कई जिलों में बारिश और आंधी की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र और चक्रवाती हवाओं के प्रभाव से प्रदेश के कई हिस्सों में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है।
कहां है भारी बारिश का अलर्ट? मौसम विभाग के अनुसार, 20 जून 2025 रीवा (Rewa Rain Forecast), गुना, अशोकनगर, दमोह, पन्ना, सतना (Satna Weather News), मैहर, और मऊगंज सहित 8 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। इन क्षेत्रों में साढ़े 4 इंच तक बारिश होने का अनुमान है। इसके अलावा, भोपाल (Bhopal Weather News), इंदौर (Indore Weather News), उज्जैन, ग्वालियर, और जबलपुर जैसे प्रमुख शहरों में भी गरज-चमक के साथ मध्यम से तेज बारिश की संभावना है। नीमच में नदी-नाले उफान पर हैं, और वहां कार-बाइक बहने की खबरें भी सामने आई हैं।
रीवा का मौसम
Rewa Ka Mausam: रीवा में आज मौसम बारिश के आसार लिए हुए है। मौसम विभाग ने रीवा और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। दिन में गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना है, और हवा की गति 10-15 किमी प्रति घंटा रह सकती है। तापमान की बात करें तो न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस और अधिकतम 30 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहने का अनुमान है। हवा में नमी का स्तर भी बढ़ा हुआ रहेगा, जिससे उमस भरा मौसम रहेगा।
अन्य जिलों का हाल
- भोपाल: भोपाल में आज बादल छाए रहेंगे, और गरज के साथ हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। अधिकतम तापमान 31 डिग्री और न्यूनतम 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है।
- इंदौर और उज्जैन: इन शहरों में भी तेज बारिश और आंधी की संभावना है। हवा की गति 18 किमी प्रति घंटा तक हो सकती है।
- ग्वालियर और चंबल: इन क्षेत्रों में मध्यम बारिश और आंधी का अलर्ट है।
- शहडोल और जबलपुर: इन संभागों में भी रीवा की तरह भारी बारिश की चेतावनी है।
मौसम का प्रभाव लगातार बारिश के कारण कई क्षेत्रों में नदी-नाले उफान पर हैं, और निचले इलाकों में जलभराव की समस्या हो सकती है। किसानों को सलाह दी गई है कि वे अपनी फसलों की सुरक्षा के लिए उचित कदम उठाएं। साथ ही, यात्रा करने वालों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है, क्योंकि तेज हवाओं और बारिश से सड़कों पर स्थिति चुनौतीपूर्ण हो सकती है।
मौसम विभाग ने अगले 48 घंटों तक सतर्क रहने की सलाह दी है, क्योंकि मानसून की सक्रियता के कारण मौसम में और बदलाव देखने को मिल सकते हैं।