MP Congress Padayatra: मध्य प्रदेश में कांग्रेस जल्द ही राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तर्ज पर पदयात्रा शुरू कर सकती है। इसकी सलाह पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने दी है।
MP Congress Padayatra: मध्य प्रदेश में कांग्रेस संगठन को मजबूत करने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में भोपाल में हुई एक महत्वपूर्ण बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने बड़ा प्रस्ताव रखा। उन्होंने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो यात्रा’ की तर्ज पर मध्य प्रदेश में बूथ स्तर पर पदयात्रा निकालने का सुझाव दिया। यह प्रस्ताव अहम माना जा रहा है, क्योंकि भारत जोड़ो यात्रा का खाका भी दिग्विजय सिंह ने ही तैयार किया था। माना जा रहा है कि इस प्रस्ताव को जल्द अमल में लाया जाएगा।
बूथ से बूथ तक पदयात्रा, संगठन को मिलेगी मजबूती
बैठक में दिग्विजय सिंह ने कहा कि एमपी कांग्रेस को बूथ स्तर पर पदयात्रा निकालनी चाहिए, जो कांग्रेस के स्थापना दिवस (28 दिसंबर) से शुरू होकर महात्मा गांधी की पुण्यतिथि (30 जनवरी) तक चले। इस प्रस्ताव पर सहमति बन चुकी है। बैठक में पीसीसी चीफ दिग्विजय सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद थे। उनका मानना है कि बूथ से बूथ तक पदयात्रा से संगठन मजबूत होगा और पार्टी को नई ताकत मिलेगी।
वोटर लिस्ट पर नजर, पूर्व सांसद-विधायकों से आर्थिक मदद की अपील
दिग्विजय सिंह ने कहा कि एमपी में लंबे समय से बूथ स्तर पर काम नहीं हुआ है। उन्होंने चेतावनी दी कि चुनाव आयोग बिहार की तरह मध्य प्रदेश में भी विशेष मतदाता सूची संशोधन (एसआईआर) की तैयारी कर रहा है। ऐसे में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को बूथ लेवल एजेंट्स (बीएलए) की मदद से यह सुनिश्चित करना होगा कि कांग्रेस समर्थक वोटरों को मतदाता सूची से न हटाया जाए और कोई पात्र मतदाता भी छूटने न पाए। इसके लिए बूथ स्तर पर हर गड़बड़ी पर कड़ी नजर रखने की जरूरत है।
इसके अलावा, दिग्विजय सिंह ने पूर्व सांसदों और विधायकों से पार्टी को आर्थिक सहायता देने की अपील की। उन्होंने कहा कि इससे जिला और ब्लॉक अध्यक्षों को संगठन के काम में धन की कमी नहीं झेलनी पड़ेगी।
भारत जोड़ो यात्रा में भी थी दिग्विजय की अहम भूमिका
गौरतलब है कि राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा की तैयारियों की जिम्मेदारी दिग्विजय सिंह ने संभाली थी। उन्होंने कश्मीर से कन्याकुमारी तक यात्रा का ब्लूप्रिंट तैयार किया और राहुल गांधी के साथ कदम से कदम मिलाकर चले। अब मध्य प्रदेश में भी इसी तर्ज पर पदयात्रा की योजना बनाकर उन्होंने पार्टी को नई दिशा देने का प्रयास किया है।

 
		 
		 
		