MP Cabinet Ministers List 2023: मध्य प्रदेश में अब मोहन ‘राज’ होगा। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के विधायक मोहन यादव ने आज मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. बता दें कि भारतीय जनता पार्टी ने उत्तर प्रदेश की तरह मध्य प्रदेश में भी 1+2 का फार्मूला लागु किया है. यानि राज्य में एक मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री होंगे। भारतीय जनता पार्टी ने जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ल को डिप्टी सीएम बनाया है. आज दोनों ने शपथ ग्रहण की.
CM Mohan Yadav Oath Ceremony: भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश में प्रचंड जीत दर्ज करने के बाद बीजेपी के नए नवले मुख्यमंत्री मोहन यादव (Chief Minister Mohan Yadav) ने आज 13 दिसंबर को मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर ली है. मोहन यादव उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक हैं. मोहन यादव के साथ राजेंद्र शुक्ल (Deputy CM Rajendra Shukla) और जगदीश देवड़ा (Deputy CM Jagdish Deora) भी राज्य के उप मुख्यमंत्री की शपथ ले ली है. भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय मंत्री और मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से विधायक नरेंद्र सिंह तोमर को विधानसभा स्पीकर नियुक्त किया है. शपथ समारोह के बाद अब मन में सवाल उठ रहा है कि मध्य प्रदेश की नई सरकार में कौन-कौन विधायक होंगे, जिन्हे मंत्रीपरिषद में शामिल किया जाएगा। लेकिन पार्टी ने जिस तरह से पिछले कुछ दिनों में चौंकाने वाले निर्णय लिए हैं. ऐसे में कुछ कह पाना बहुत मुश्किल है.
एमपी में गुजरात फॉर्मूला चला तो मंत्री परिषद में शामिल होंगे नए चेहरे
मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के तुरंत बाद मोहन यादव के मंत्रिमंडल के चेहरे तलाशने की तैयारी शुरू हो गई है। बड़े नेताओं से प्रारंभिक चर्चा करने के बाद मोहन यादव, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद दिल्ली जाएंगे। गुजरात फॉर्मूला चलता है तो मोहन के कैबिनेट नए चेहरों के साथ बनेगी। जो लंबे समय से मंत्री रहे ऐसे कई बड़े नाम बाहर होंगे। उन्हें सिर्फ जातिगत गणित (social engineering) ही बचा पाएगा।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि डिप्टी सीएम और स्पीकर की नियुक्ति के बाद हाईकमान बचे हुए बड़े नेताओं कैलाश विजयवर्गीय(Kailash Vijayvargiya), प्रहलाद पटेल(Prahlad Patel), गोपाल भार्गव (Gopal Bhargava), जयंत मलैया (Jayant Malaiya), विजयशाह(Vijayshah), भूपेंद्र सिंह(Bhupendra Singh), बिसाहूलाल सिंह(Bisahulal Singh) जैसे कुछ लोगों की भूमिका जल्द स्पष्ट करेगा। इसके बाद ही मंत्रिमंडल के नाम फाइनल होंगे। संघ के नामों को प्राथमिकता में रखा जा सकता है। इसके साथ जातिगत समीकरण और महिलाओं को भी प्राथमिकता दी जा सकती है। बताया गया है कि रीजन व संभागों में भी संतुलन बिठाया जाएगा।
मंत्रिमंडल के पुराने चेहरों पर संशय: पार्टी सूत्रों की मानें तो इस बार मोहन कैबिनेट में पुराने मंत्रिमंडल के चेहरों को जगह मिलना मुश्किल है। यानि जो उमा भारती, बाबूलाल गौर और शिवराज सिंह चौहान सरकार में मंत्री रहे, उन्हें ड्रॉप किया जा सकता है। प्रदेश स्तर से हालांकि ये नाम लेकर भी दिल्ली जाएंगे, जिस पर अंतिम फैसला केंद्रीय नेतृत्व लेगा।
सत्ता परिवर्तन के बाद नहीं हुआ था संतुलन
- मार्च-2020 में सत्ता परिवर्तन के बाद सिंधिया के कारण भाजपा सरकार आई। उनके मंत्रियों को सरकार में जगह दी गई। तब, अंचल, जाति व अन्य संतुलन नहीं हो सके थे।
- अंचल संतुलन के लिए मालवा- निमाड़, ग्वालियर-चंबल को व्यापकता के साथ महाकौशल व मध्य को भी जगह दी जानी है। पिछली बार महाकौशल से एक राज्यमंत्री थे। विंध्य व मालवा से एक-एक डिप्टी सीएम भी हो गए है। फिर भी इन्हें मंत्री मिलेंगे।
- जाति का संतुलन भी अहम रहेगा। सीएम ओबीसी और दो डिप्टी सीएम दलित व सामान्य वर्ग से हैं। अब आदिवासी को प्राथमिकता दी जाएगी।
- सिंधिया अहम रहेंगे। उनके कोटे से तुलसी सिलावट व गोविंद राजपूत को जगह मिल सकती है। शिवराज, नरेंद्र तोमर, वीडी शर्मा, कैलाश की पसंद-नापसंद भी असर डालेगी। प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, रीति पाठक और राव उदयप्रताप सिंह की जगह को लेकर भी अभी कुछ तय नहीं है।
अब तक घोषित 4 पदों में से महिला और आदिवासी वर्ग छूट गए हैं. अब इन्हे मंत्रीमंडल में विशेष स्थान देने की चर्चा है. जिससे जातीय संतुलन को साधा जा सके जिसमें ये नाम प्रमुख तौर पर सामने आ रहे हैं.
- आदिवासी चेहरे: ओम प्रकश धुर्वे साहपुरा विधानसभा, विजय शाह हरसूद विधानसभा, शरद कौल ब्योहारी विधानसभा, कमल मसकोले बरघाट विधानसभा।
- महिला चेहरे: रीती पाठक सीधी विधानसभा, अर्चना चिटनीस बुरहानपुर विधानसभा, कृष्णा गौर गोविंदपुरा विधानसभा, मालिनी गौड़ इंदौर-4 विधानसभा, ललिता यादव छतरपुर विधानसभा, प्रतिमा बागरी रैगांव, प्रियंका मीणा चाचौड़ा विधानसभा।
- आदिवासी व महिला दोनों: मीना सिंह मानपुर विधानसभा, सम्पतिया उइके मंडला विधानसभा, मनीषा सिंह जयसिंहनगर विधानसभा, निर्मला भूरिया पेटलवाद विधानसभा, मंजू दादू नेपानगर विधानसभा।