Monsoon 2025: Rainy Season में आम की फसल को भारी नुकसान होता है. गर्मियों से ही आम की मार्केट में भारी डिमांड रहती है. लेकिन इस समय कई राज्यों में भारी बारिश हो रही है, और इसी कारण अन्य फसलों के साथ ही आम की फसल को भी काफी नुकसान हो रहा है. ज्यादा बारिश के कारण आम के पेड़ों में लगे फूल झड़ने लगते हैं, फल भी सड़ने लगते हैं, किट और रोगों का प्रकोप जैसे कई समस्याएं आती हैं. चलिए बताते हैं और क्या है उनका निदान यह भी जानते हैं….
बारिश से आम के पेड़ों पर लगने वाले फूल झड़ जाते हैं जिससे उत्पादन कम हो जाता है. नमी बढ़ जाती है और नमी के कारण फल सड़ने लगते हैं. यदि खेतों में जल निकासी की व्यवस्था अच्छी नहीं है तो यह समस्या ज्यादा बढ़ सकती है. बारिश से फफूंद जनित रोग बढ़ जाते हैं जैसेएन्थ्रेक्नोज और पाउडरी मिल्ड्यू, यदि खेतों में जल निकासी की व्यवस्था सही नहीं है तो इससे पेड़ों की जड़ें कमजोर हो सकती है, जिससे पेड़ों के गिरने का खतरा बढ़ जाता है.
बारिश से आम की फसल को ऐसे बचाएं
खेतों में जल निकासी की व्यवस्था अच्छी होनी चाहिए. पेड़ों के आसपास पानी के ठहराव को रोकने के लिए नालियां बना सकते हैं. आप पेड़ों के चारों ओर गोलाकार गड्ढे बनाकर भी पानी को जड़ों से दूर रख सकते हैं. ढलान वाली जमीन पर आम की खेती अच्छे से हो सकती है. फलों को फफूद जनित रोगों से बचने के लिए कॉपर ऑक्सिक्लोराइड या मैनकोज़ेब जैसे फफूंदनाशकों का इस्तेमाल करें. पेड़ों पर फूल लगने से पहले ही हल्की सी कटिंग कर ले ताकि हवा और धूप पेड़ के अंदर तक अच्छे से पहुंच सके.
पेड़ों की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए बारिश से पहले पोटेशियम और फास्फोरस युक्त खाद जरूर दें. इसके अलावा आप चाहे तो नीम के तेल का छिड़काव भी कर सकते हैं जिससे कि कीटों का प्रभाव कम हो. पेड़ों के चारों ओर सूखी घास या प्लास्टिक शीट से मल्चिंग कर सकते हैं. यह मिट्टी में नमी को नियंत्रित करता है और जड़ों को अतिरिक्त पानी से बचाता है. इस बात का खास ध्यान रखें कि बारिश में मक्खी और अन्य कीटों का प्रकोप बढ़ जाता है, कीटों से रक्षा के लिए फेरोमोन ट्रैप और कीटनाशकों का इस्तेमाल करें. यदि फल पक गए हैं तो उन्हें जल्दी तोड़ ले ताकि किट उन पर हमला न कर सके.
Monsoon in Kerala 2025
Monsoon Season इस बार जल्दी आ गया है, जी हां Kerla में आज Monsoon ने दस्तक दे दी है, इसके साथ ही आने वाले एक हफ्ते के बाद पूर्वोत्तर राज्यों में भी मॉनसून एंट्री मार सकता है.