Money Mantra: त्योहारों के चक्कर में कहीं खाली न हो जाए जेब,पढ़ें बचत का पंच-तंत्र

Money Mantra

Money Saving Tips In Hindi: भारत विविधताओं का देश है,जहां 365 दिनों में सैकड़ों छोटे बड़े त्योहार मनाए जाते हैं लेकिन दीपावली पर्व से जो लोक आस्था जुड़ी है उसका कोई जवाब ही नहीं। दीपावली के वक्त लोग नए घर,गाडियां,कपड़े और भी बहुत कुछ अपने घर लाते हैं जिसमे में से कुछ काम की तो कुछ बेवजह की चीजे भी घर लाते हैं, जिसका बोझ हमारे जेब पर पड़ता है।

आपने कभी सोचा है की दीपावली के दिन धन की देवी लक्ष्मी जी के साथ गणेश जी की पूजा क्यों की जाती है?

इसका उत्तर ये है कि गणेश जी सद्बुद्धि के देवता माने जाते हैं और लक्ष्मी जी धन की।लक्ष्मी जी धन तो दे देंगी पर उसका सही उपयोग कहा करना है इसकी बुद्धि भगवान गणेश से मिलेगी इसीलिए इनकी पूजा की जाती है। त्योहारों का दौर शुरू हो रहा है,आप पूरे जोश खरोश के साथ बाजार से नई चीजें लाने की योजना कर रहे होंगे।ऑफलाइन हो या ऑनलाइन,त्योहारों के वक्त जेब ढीली पड़ ही जाती है क्योंकि परिवार और दोस्तों की खुशियां पैसों से बड़ी थोड़े हैं।

इस फेस्टिव सीजन आपको पैसे बचाने के स्मार्ट तरीकों का इस्तेमाल करना होगा।क्योंकि आपको भी पता है की धनतेरस,दीपावली और छठ ज्यादा दूर नहीं है। मगर त्योहारों के चक्कर में ऐसा न हो की आपका दिवाला निकल जाए,क्योंकि त्योहारों में पैसे तो खर्च होने ही हैं।ऐसे में आप कम पैसे या सैलरी होने के बाद भी पैसे बचा सकते हैं। आइए जानते हैं की कैसे आपकी योजना हो जिससे सारे जरूरत के सामान भी आ जय और आपकी बचत भी हो जाए..

  • जरूरी सामानों की लिस्ट बनाएं,गृह लक्ष्मी से राय लें
    खरीदारी के पहले अच्छे से योजना बनाएं,जरूरी सामानों की लिस्ट तैयार करें।
    अपने बजट के हिसाब से क्या और कितना लेना है इसका अनुमान लगाकर लिस्ट तैयार करें।
    घर की महिलाओं से राय लें क्योंकि महिलाएं बचत में काफी अच्छी होती हैं।
    जितनी आवश्यकता हो उतनी ही खरीदारी करें,लिस्ट बनाने से समय और पैसा दोनो की बचत होगी।
  • जरूरी सामानों के दामों की अलग अलग ब्रांड्स में तुलना अपने जरूरत की सामान के कीमत की तुलना हम अलग अलग ब्रांड से करके भी पैसे बचा सकते हैं,अलग अलग दुकानों पर इसकी अलग कीमत भी हो सकती है।आपको जहां किफायती लगें वहां से खरीद सकते हैं।
  • सारे लेन देन का हिसाब करें
    त्योहारों के समय आप कब और कहां कितना खर्च कर रहे हैं इसका हिसाब किताब करते रहें,इससे आप फिजूलखर्ची से बच जायेंगे और त्योहारों के समय भी बचत कर धूमधाम और खुशियों के साथ त्योहार मना सकेंगे।

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