SCO समिट में Modi ने किया Pahalgam का जिक्र, पाकिस्तानी पीएम की इंटरनेशनल बेज्जती

31 अगस्त और 1 सितंबर 2025 को चीन के तियानजिन में आयोजित शंघाई सहयोग संगठन (SCO Summit) में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आतंकवाद (Terrorism) के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए पाकिस्तान (Pakistan) को वैश्विक मंच पर कटघरे में खड़ा किया। 22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम (Pahalgam) में हुए आतंकी हमले, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, का जिक्र करते हुए मोदी ने इसे मानवता पर हमला बताया। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ (Shehbaz Sharif) की मौजूदगी में मोदी के तीखे तेवर और SCO के संयुक्त बयान ने पाकिस्तान की बेइज्जती कर दी। रूस (Russia), चीन (China), और अन्य देशों ने भारत के रुख का समर्थन किया, जिससे शरीफ समिट में अलग-थलग नजर आए।

मोदी ने SCO बैठक में क्या कहा

What did Modi say in the SCO meeting: SCO के पूर्ण सत्र में मोदी ने आतंकवाद को मानवता का सबसे बड़ा दुश्मन करार दिया। उन्होंने कहा, “पहलगाम का आतंकी हमला (Pahalgam Terror Attack) भारत की आत्मा पर चोट था। यह हर उस देश और व्यक्ति के लिए चुनौती है जो मानवता में यकीन रखता है। कुछ देश आतंकवाद को खुलेआम समर्थन (Open Support) देते हैं। क्या यह स्वीकार्य है? हमें एक स्वर में कहना होगा कि आतंकवाद पर दोहरा मापदंड बर्दाश्त नहीं होगा।”

मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान पर निशाना साधा और SCO से आतंकवाद, अलगाववाद , और उग्रवाद के खिलाफ एकजुट कार्रवाई का आह्वान किया। उन्होंने भारत की SCO नीति को तीन आधारों सुरक्षा, संपर्क, और अवसर पर रेखांकित किया, जिसमें आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को प्राथमिकता दी।

पहलगाम हमले पर SCO की एकजुटता

SCO के तियानजिन घोषणापत्र (Tianjin Declaration) में पहलगाम हमले की कड़ी निंदा (Strong Condemnation Pahalgam Terror Attack SCO) की गई। बयान में कहा गया, “हम पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले की निंदा करते हैं। इसके अपराधियों, आयोजकों, और प्रायोजकों को न्याय के कटघरे में लाना होगा।” यह भारत के लिए कूटनीतिक जीत थी, क्योंकि पाकिस्तान, जिसे भारत ने हमले में शामिल माना, SCO का सदस्य है और शरीफ समिट में मौजूद थे। बयान ने क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद को रोकने की जरूरत पर भी जोर दिया, जो पाकिस्तान के लिए करारा तमाचा था.

शहबाज शरीफ की वैश्विक बेइज्जती

शरीफ की समिट में मौजूदगी के बावजूद उनकी स्थिति असहज रही। एक वायरल वीडियो में मोदी, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin), और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) आपस में हंसी-मजाक और गर्मजोशी से बात करते दिखे, जबकि शरीफ उदास चेहरा लिए अकेले खड़े थे। X पर वायरल इस क्लिप ने शरीफ की बेइज्जती को और उजागर किया। एक यूजर ने लिखा, “मोदी-पुतिन की दोस्ती के सामने शरीफ की हालत खस्ता

SCO बैठक में भारत का साथ किन देशों ने दिया

Which countries supported India in the SCO meeting: पुतिन ने पहलगाम हमले की निंदा की और भारत के साथ आतंकवाद के खिलाफ सहयोग का वादा किया। मोदी-पुतिन की मुलाकात में क्षेत्रीय स्थिरता पर चर्चा हुई। पुतिन ने कहा, “भारत और रूस आतंकवाद के खिलाफ एकजुट हैं।” शी जिनपिंग ने मोदी के साथ मुलाकात में पहलगाम हमले पर सहानुभूति जताई। विदेश सचिव विक्रम मिश्रा ने कहा, “चीन ने क्रॉस-बॉर्डर आतंकवाद पर भारत के रुख को समझा और सहयोग का भरोसा दिया।” यह गलवान टकराव के बाद भारत-चीन संबंधों में पिघलाव का संकेत था।

SCO समिट में मोदी ने पहलगाम हमले का जिक्र कर आतंकवाद पर करारा प्रहार किया, जिसने शहबाज शरीफ को वैश्विक मंच पर बेइज्जत कर दिया। SCO के संयुक्त बयान ने भारत के रुख को मजबूती दी, जो पाकिस्तान के लिए कूटनीतिक झटका था। रूस, चीन, और अमेरिका जैसे देशों का समर्थन भारत की स्थिति को और मजबूत करता है। यह समिट न केवल भारत की आतंकवाद विरोधी लड़ाई को वैश्विक समर्थन दिलाने में कामयाब रहा, बल्कि पाकिस्तान को अलग-थलग कर भारत की रणनीतिक स्वायत्तता को भी रेखांकित किया।

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