Mayor raised questions on payment of Rs 42 crore in Waste to Energy Plant in Rewa: रीवा शहर के नजदीक पहड़िया में स्थापित एकीकृत ठोस अपशिष्ट प्रबंधन के कचरा क्लस्टर प्लांट में अतिरिक्त भुगतान मामला सामने आया है। जिसमें नगर निगम के महापौर अजय मिश्रा ने स्वयं आर्थिक अनियमितता की आशंका जाहिर की है। इस संबंध में उन्होंने नगर निगम आयुक्त को पत्र लिखकर कहा है कि पूर्व में किए गए भुगतान के इस मामले में जांच के लिए उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर पूरी स्थिति का पता कराएं और दोषियों पर सख्त कार्रवाई करें। इसमें महापौर ने आशंका जाहिर की है कि करीब 42 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान हुआ है। इस कारण पहले नगर निगम की ओर से जांच कराई जाएगी, यदि जरूरत पड़ी तो इस मामले को लोकायुक्त या फिर ईओडब्ल्यू जैसी किसी स्वतंत्र जांच एजेंसी को मामला सौंपा जाएगा।
नगर निगम ने वर्ष 2021 से 2024 तक 4.10 लाख मीट्रिक टन कचरे के बदले ठेका कंपनी को 1746 रुपए की दर से 71.58 करोड़ रुपए का भुगतान कर दिया है। जबकि ठेका अनुबंध की शर्त यह थी कि जब तक ठेका कंपनी कचरे से बिजली का उत्पादन प्रारंभ नहीं करेगी तब तक उसे 698.4 रुपए की दर से भुगतान किया जाएगा। इस दर के तहत ठेका कंपनी को 28.63 करोड़ रुपए का भुगतान किया जाना था। इस तरह से 42.95 करोड़ रुपए का अतिरिक्त भुगतान हुआ है। इस मामले में अब उच्च स्तरीय कमेटी गठित कर जांच कराए जाने के लिए कहा गया है। पहड़िया में स्थापित इस क्लस्टर प्रोजेक्ट में बीते साल से बिजली का उत्पादन प्रारंभ किया गया है। यहां पर कई वर्षों से शहर का कचरा ले जाया जा रहा है। इस मामले में महापौर ने पहले भी नगर निगम आयुक्त के साथ ही नगरीय प्रशासन विभाग को भी कई पत्र लिखे हैं लेकिन उस पर अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई है।