विगत कई वर्षों से सतना जिले के अंतर्गत आने वाले ‘मैहर’ को जिला बनाने की मांग उठ रही है. एमपी में जब कांग्रेस की सरकार बनी थी तब तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने मैहर को जिला घोषित कर ही दिया था कि सरकार बदल गई.
मैहर जिला बनेगा: मध्य प्रदेश के मुख्य मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने एमपी विधानसभा चुनाव से पहले सतना जिले के ‘मैहर’ को जिला बनाने की घोषणा कर दी है. दशकों से मैहरवासी इसे जिला बनाने की मांग कर रहे थे और सरकारें सिर्फ खोखली घोषणाएं और आश्वासन देकर लोगों की मांग को टाल रही थी. लेकिन अब सीएम चौहान ने खुद यह एलान कर दिया है कि जल्द मैहर को जिला बनाने के लिए नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा और इसकी तैयारी आज से ही शुरू हो गई है.
गौरतलब है की इससे पहले सीएम चौहान ने रीवा जिले में आने वाले मऊगंज को जिला बनाने की घोषणा की थी. 15 अगस्त को मऊगंज जिला बन भी गया. जिसके बाद मैहर के लोगों ने विरोध भी जताया था. फ़िलहाल एमपी में कुल जिलों की संख्या 53 है लेकिन मैहर सहित पांढुर्णा (छिंदवाड़ा), नागदा (उज्जैन), पिछोर (शिवपुरी) को जिला घोषित करने के बाद यहां कुल जिलों की संख्या 57 हो जाएगी।
2020 में ही जिला बन जाता मैहर!
वैसे तो मैहर के लोग काफी वक़्त से इसे जिला बनाने की मांग कर रहे थे. यहां के बीजेपी विधायक ने इस मांग को लेकर अपनी ही सरकार के खिलाफ बगावत भी छेड़ दी थी. साल 2019 में जब एमपी में कांग्रेस की सरकार बनी तब 18 मार्च 2020 में तत्कालीन सीएम कमलनाथ ने मैहर को जिला घोषित कर दिया था. लेकिन मार्च में कांग्रेस की सरकार गिर गई और प्रदेश में फिर से बीजेपी की सरकार बन गई इसी के साथ कमलनाथ की घोषणा निष्क्रीय हो गई.
अब चुनाव से कुछ ही महीने पहले शिवराज सिंह चौहान ने मैहरवासियों की मांग को पूरी करने की घोषणा कर दी है. उन्होंने कहा है कि जल्द मैहर को जिला बना दिया जाएगा और इसकी तयारी आज से शुरू हो गई है.
2020 में हुए परिसीमन के हिसाब से मैहर के जिला घोषित होने के बाद सतना की 4 तहसीलें इसमें शामिल हो जाएगीं। मैहर, अमरपाटन, रामनगर और उचेहरा तहसील के 20 राजस्व सर्किल के 913 गांव मैहर जिले में शामिल होंगे। मैहर जिले के क्षेत्रफ़ल 3 लाख 23 हजार 953 हेक्टेयर होगा।