Mahua Moitra Hiranandani Case Explained: भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने TMC सांसद महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाए हैं कि वे मुंबई के कारोबारी हीरानंदानी से पैसे लेकर संसद में पीएम मोदी और अडानी से जुड़े सवाल उठाती हैं.
महुआ मोइत्रा-हीरानंदानी केस: तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा (TMC MP Mahua Moitra) बड़े संकट में फंस गई हैं. बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे (BJP MP Nishikant Dubey) ने उनपर जो आरोप लगाए थे वो अब सच साबित होने लगे हैं. निशिकांत दुबे ने महुआ पर आरोप लगाए थे कि वे कारोबारी दर्शन हीरानंदानी (Darshan Hiranandani) से पैसे-गिफ्ट लेकर संसद में PM Modi और Adani से जुड़े सवाल उठाती हैं. पहले तो हीरानंदानी ने इसका खंडन किया लेकिन अब उन्होंने भी महुआ मोइत्रा के खिलाफ स्टेटमेंट देने शुरू कर दिए.
निशिकांत दुबे के बाद अब रियल स्टेट ग्रुप हीरानंदानी के CEO, Darshan Hiranandani ने भी Mahua Moitra पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने कहा- महुआ मोइत्रा, पीएम मोदी को बदनाम और शर्मिंदा करने के लिए गौतम अडानी पर हमला बोलती थीं.
हीरानंदानी ने महुआ मोइत्रा पर क्या आरोप लगाए?
What allegations did Hiranandani make against Mahua Moitra: रिपोर्ट्स के मुताबिक दर्शन हीरानंदानी ने यह स्वीकार किया है कि उन्होंने कई बार महुआ मोइत्रा का ईमेल लॉगिन इस्तेमाल किया है. इसका इस्तेमाल सांसद में अडानी समूह को घेरने वाले सवालों पूछने के लिए किया था. हीरानंदानी ने एक हलफनामा जारी करते हुए कहा-
”मैं उम्मीद कर रहा था कि महुआ मोइत्रा का साथ देने से मुझे विपक्षी पार्टियों की सरकार वाले राज्यों की मदद मिलेगी’‘
उन्होंने लिखा- मैं महुआ मोइत्रा को महंगे तोहफे देता था. मैंने महुआ के सरकारी आवास की मरम्मत भी करवाई है. मैंने महुआ की यात्राओं और छुट्टियों का खर्च उठाया है.
Darshan Hiranandani Affidavit
दर्शन हीरानंदानी ने दावा किया कि इस काम में महुआ मोइत्रा की मदद सुचेता दलाल, श्रदुल श्रॉफ और पल्लवी श्रॉफ करते थे. इनके अलावा कांग्रेस नेता शशि थरूर और पिनाकी मिश्रा ने महुआ की मदद की थी.
हीरानंदानी ने हलफनामे में लिखा- इस काम के लिए Mahua Moitra कुछ विदेशी पत्रकारों की मदद लेती थीं जो की Financial Times, NY Times और BCC से जुड़े थे. साथ ही महुआ कई इंडियन न्यूज़ चेनल्स के सम्पर्क में थीं.
महुआ मोइत्रा क्या बोलीं?
पहले निशिकांत दुबे और उसके बाद हीरानंदानी द्वारा लगाए गए आरोपों पर महुआ मोइत्रा का भी जवाब सामने आया है. उन्होंने कहा कि बीजेपी इस चीज़ का इंतजार ही कर रही थी कि कब अडानी मामले में वो मेरा मुंह बंद कर पाए. महुआ ने हीरानंदानी के हलफनामे पर सवाल उठाते हुए कहा- ये तो सिर्फ एक कागज के टुकड़े पर लिखा गया है इसमें कोई लेटरहेड नहीं है ना ही आधिकारिक स्टाम्प।
हलफनामा PMO ने बनाया न कि हीरानंदानी ने
महुआ ने कहा- ऐसे धनि और सफल बिजनेसमैन जिनकी पहुंच हर मंत्री और PMO तक है उन्हें कोई विपक्षी सांसद उपहार देने के लिए कैसे मजबूर कर सकता है? ये पूरी तरह से बेतुकी बात है. साफ़ है कि हलफनामा हीरानंदानी ने नहीं PMO ने तैयार किया है.
PMO ने दर्शन और उनके पिता को धमकाकर चिट्ठी पर हस्ताक्षर करने के लिए 20 मिनट का समय दिया। दोनों को उनका कारोबार बंद करने की धमकी दी गई. साइन करने के बाद इसे प्रेस में लीक कर दिया गया.
उन्होंने कहा- दर्शन हीरानंदानी को अबतक CBI या एथिक्स कमेटी या किसी जांच एजेंसी ने तलब नहीं किया। उन्हें ये हलफनामा दिया किसे? अगर दर्शन हीरानंदानी को ये गंभीर आरोप लगाने थे तो वे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाते।
दरअसल बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने महुआ पर आरोप लगाए थे कि वे हीरानंदानी के कहने पर संसद में पीएम मोदी और अडानी से जुड़े सवाल करती हैं. इसके बदले हुए पैसे और गिफ्ट मिलते हैं. पहले तो हीरानंदानी ने इन आरोपों का खंडन किया लेकिन बाद में एक हलफनामा जारी करते हए यह कहा कि वे महुआ को गिफ्ट देते थे, उनकी ट्रिप अरेंज करते थे और उनका सांसद लॉगिन इस्तेमाल कर महुआ की तरफ से मोदी-अडानी विरोधी सवाल उठाते थे.
अब महुआ मोइत्रा के खिलाफ जांच की मांग उठाई गई है. मांग की गई है कि जबतक जांच का कोई निष्कर्ष नहीं निकलता है तबतक महुआ की संसद सदस्यता को रद्द किया जाए.