Mahua Moitra claim : पश्चिम बंगाल में राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कार्यालय में महिलाओं से छेड़छाड़ होने के मामले में पुलिस कमिश्नर और डीसीपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है। इस मामले में तृणमूल कांग्रेस सासंद महुआ मोइत्रा ने गृह मंत्रालय की कड़ी निंदा की। उन्होंने मंत्रालय पर निशाना साधते हुए राज्यपाल सीवी आनंद बोस द्वारा कोलकाता पुलिस कमिश्नर और डीसीपी पर कार्रवाई करने को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा कि कार्यालय के अंदर महिलाओं से छेड़छाड़ राज्यपाल ने की और राजभवन की छवि बचाने के लिए पुलिस कमिश्नर और डीसीपी पर कार्रवाई की जा रही है।
महुआ ने राज्यपाल पर दी विवादित टिप्पणी
बंगाल में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा इन दिनों अपने बयानों को लेकर चर्चा में हैं। रविवार को दिल्ली पुलिस ने उनके ऊपर मुकदमा भी दर्ज किया। जिसके चलते उनकी सांसदी पर भी खतरा मंडरा रहा है। वहीं अब महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra claim) ने बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस को लेकर फिर विवादित बयान दे दिया। उन्होंने कहा कि राज्यपाल ने राजभवन के कार्यालय के अंदर महिला कर्मियों के साथ छेड़छाड़ और शोषण किया। राजभवन की छवि को खराब करने के लिए अब गृह मंत्रालय ने कार्रवाई पुलिस कमिश्नर और डीसीपी के खिलाफ शुरू की है। यह किसी हास्यापद व्यंग से कम नहीं है।
सांसद महुआ ने एक्स पर लिखा, “यह हास्यास्पद है कि गृह मंत्रालय ने राजभवन की छवि खराब करने के लिए कोलकाता के पुलिस कमिश्नर और डीसीपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई शुरू की है।”
राज्यपाल ने राजभवन को किया बदनाम (Mahua Moitra claim)
लोकसभा सांसद महुआ मोइत्रा ने राज्यपाल को आरोपी ठहराते हुए कहा कि सीवी आनंद बोस ने कार्यालय परिसर को बदनाम किया है। उन्होंने कहा कि राज्यपाल को खुद पर नियंत्रण रखना चाहिए था। उन्होंने कहा कि गृह मंत्रालय को शर्म नहीं आती जो राजभवन को बदनाम करने के लिए पुलिस कमिश्नर और डीसीपी के खिलाफ अनुशासनात्मक कर्रवाई कर रहा है। पहले ही राज्यपाल ने अपने कार्यालय में कार्यरत महिलाओं को परेशान कर पद की गरिमा को बदनाम किया है।
महुआ मोइत्रा ने लिखा, “बंगाल के राज्यपाल ने कार्यालय परिसर के अंदर महिलाओं से छेड़छाड़ करके अपने ऑफिस को बदनाम किया है। अपने राज्यपालों पर नियंत्रण रखें, क्योंकि वे खुद पर नियंत्रण नहीं रख सकते। यह शर्मनाक है।”
सेवाओं को नष्ट कर रहा गृह मंत्रालय
टीएमसी पार्टी ने गृह मंत्रालय की इस कार्रवाई पर सवला खड़े किए हैं। लोकसभा सांसद व टीएमसी नेता महुआ मोइत्रा (Mahua Moitra claim) के बाद टीएमसी के वरिष्ठ नेता और लोकसभा सांसद कल्याण बनर्जी ने भी राज्यपाल द्वारा पुलिस विभाग के अधिकारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई को गलत बताया है। उन्होंने कहा कि सभी को न्याय पाने का अधिकार है। पुलिस अधिकारियों के खिलाफ इस तरह की कार्रवाई कर संघीय व्यवस्था के साथ-साथ अखिल भारतीय सेवाओं को खत्म किया जा रहा है।
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Beef को लेकर केंद्र सरकार को घेरा (Mahua Moitra claim)
सोमवार को महुआ मोइत्रा ने एक्स पर एक और पोस्ट कर केंद्र सरकार पर टिप्पणी की। उन्होंने बिना रोकटोक के बीफ की तस्करी होने का जिक्र किया। उन्होंने इस पोस्ट के साथ पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय में राज्य मंत्री शांतनु ठाकुर के लेटरहेड को भी साझा किया है। जिसपर लिखा है कि 3 Kg बीफ ले जाने वाली गाड़ी को कहीं पर भी रोका न जाए। लेटरहेड में बटालियन का नाम BN BSF 85 भी दर्ज है। इसी के साथ लेटरहेड में यह भी लिखा है कि बीफ कहां जाना है और कौन लेकर जाएगा। यह बीफ हकीमपुर के लिए भेजा जा रहा है और इसे जियारुल नाम का शख्स लेकर जा रह है। उन्होंने केंद्र सरकार की नीयत पर सवाल खड़ा किया। महुआ मोइत्रा ने इस पोस्ट पर गौ रक्षक सेना को टैग करते हुए कहा कि कोई भी केंद्रीय मंत्री सीमा सुरक्षा बल को बीफ की गाड़ी को बिना चेकिंग के जाने का आदेश कैसे दे सकता है।