Maharashtra Politics Tension : महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के अंदर कुछ भी ठीक नहीं है। हरियाणा की तरह महाराष्ट्र में भी कांग्रेस का गठबंधन टूटने के कगार पर है। एमवीए में मुख्यमंत्री पद को लेकर पहले से कलह जारी है। अब एमवीए में सहयोगी दलों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर भी खींचातानी शुरू हो गई है। हालांकि कांग्रेस पहले ही कह चुकी है कि सीएम पद का फैसला चुनाव परिणाम आने के बाद ही किया जाएगा।
एमवीए में सीटों को लेकर तनातनी (Maharashtra Politics Tension)
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले विपक्षी दलों के महा गठबंधन महा विकास अघाड़ी (एमवीए) में कलह जारी है। एमवीए में अभी तक सीएम पद को लेकर समझौता नहीं हो पाया है। सहयोग दलों के बीच सीएम पद के लिए लड़ाई चल रही है। कांग्रेस सभी सहयोगी दलों को मनाने में जुटी है। एमवीए के सहयोगी दल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी), एनसीपी (एसपी) के वरिष्ठ नेताओं ने यह साफ कह दिया है कि गठबंधन की पहली प्राथमिकता भाजपा को हटाना है। वहीं अब सीटों के बंटवारे को लेकर भी सहयोगी दलों में कलह शुरू हो गई है।
कांग्रेस नेता ने एमवीए में बढ़ाई टेंशन (Maharashtra Politics Tension)
दरअसल, महा विकास आघाड़ी में सीएम पद और सीटों को लेकर खींचातानी (Maharashtra Politics Tension)कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के बयान से शुरू हुई। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत ने बयान दिया था कि एमवीए गठबंधन में कांग्रेस बड़ा भाई है। उनके इस बयान से एमवीए में खलबली मच गई। इसके बाद कांग्रेस के भंडारा-गोंदिया लोकसभा सांसद प्रशांत वाई. पडोले ने बड़ा दावा कर दिया। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष नाना एफ. पटोले को महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री घोषित कर दिया। उनके दावे के बाद एमवीए के अंदर सियासी टेंशन शुरू हो गई।
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शिवसेना (यूबीटी) का दावा उद्धव ठाकरे होंगे सीएम
वहीं, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता के दावे के बाद शिवसेना (यूबीटी) की ओर से जवाब आया है। शिवसेना (यूबीटी) के विपक्ष के नेता (परिषद) अंबादास दानवे अंबादास दानवे ने कहा कि इसमें कोई सवाल नहीं है कि अगले सीएम उद्धव ठाकरे होंगे। यह राज्य के लोगों की इच्छा है कि उद्धव ठाकरे मुख्यमंत्री बने। इससे पहले शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने भी उद्धव ठाकरे के सीएम बनने का दावा किया था। लेकिन बाद में उद्धव ठाकरे ने सीएम नहीं बनने का एलान कर दिया था। फिर सहयोगियों के समझाने के बाद उद्धव ठाकरे ने आम सहमति वाले उम्मीदवार को सीएम बनाने की बात की।
एनडीए दलों में भी सीटों को लेकर टेंशन (Maharashtra Politics Tension)
बता दें कि महाराष्ट्र में एनडीए दलों के बीच भी सीट शेयरिंग को लेकर बवाल मचा हुआ है। एनडीये के सहयोगी दलों में टेंशन साफ देखी जा रही है। एनसीपी (अजीत पवार), भाजपा और शिवसेना (एकनाथ शिंदे) के बीच सीट शेयरिंग को लेकर पेंच फंसा हुआ है। तीनों ही दल सीटों को छोड़ने को तैयार नहीं है। वहीं अजीत पवार ने बवाल के बीच उम्मीदवारों के नाम का एलान भी कर दिया। अजित पवार ने जिन सीटों पर उम्मीदवारों के नाम का ऐलान किया है, वो सभी सीटें एनसीपी की सीटिंग है। इससे यह तो साफ है कि अजीत पवार का गुट सीटों से समझौता करने को तैयार नहीं है।
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