कम रिस्क और आमदनी हर महीने! Multi Asset Fund से करें SWP

Systematic Withdrawal Plan: यदि आप निवेश करके हर महीने एक निश्चित पैसा पाना चाहते हैं वो भी बिना ज्यादा जोखिम उठाए तो आपको मल्टी-एसेट फंड्स से सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान यानी SWP आपके लिए एक समझदारी भरा विकल्प हो सकता है. आमतौर पर लोग SWP के लिए इक्विटी फंड्स को चुनते हैं, लेकिन अब बहुत सारे निवेशक मल्टी-एसेट फंड्स की ओर रुख मोड़ रहे हैं.

इसकी वजह?

इनमें अलग-अलग एसेट क्लास का संतुलन होता है, जिससे रिटर्न्स ज्यादा स्थिर और जोखिम कम होता है. यही इन फंड्स को ज्यादा भरोसेमंद बनाता है, खासकर उन लोगों के लिए जो हर महीने एक तय आमदनी चाहते हैं.

Multi asset allocation funds क्या होते हैं?

अब आपको बताएं ये फंड्स क्या होते हैं कैसे काम करते हैं तो यदि आप ऐसा निवेश करना चाहते हैं जिसमें आपका पैसा एक साथ स्टॉक मार्केट, बॉन्ड और सोने-चांदी जैसी चीजों में बंटा हो- तो मल्टी एसेट एलोकेशन फंड आपके लिए एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है. ये फंड एक ही स्कीम में तीन या उससे ज्यादा तरह के ऐसेट क्लासेज में पैसा लगाते हैं. मतलब, आपका पैसा सिर्फ शेयरों में नहीं लगेगा, बल्कि साथ में डेट (जैसे सरकारी बॉन्ड या फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स) और कमोडिटीज (जैसे Gold या Silver) में भी लगाया जाएगा. इससे आपका निवेश ज्यादा सुरक्षित और संतुलित बनता है.

SEBI Rules क्या कहते हैं?

शेयर बाजार की निगरानी करने वाली संस्था SEBI ने ये नियम बनाए हैं कि मल्टी एसेट फंड्स को कम से कम 3 अलग-अलग एसेट क्लास में निवेश करना जरूरी है. हर एसेट क्लास में कम से कम 10% पैसा लगाना अनिवार्य है. इसका मतलब ये हुआ कि कोई भी फंड अगर सिर्फ दो जगह पैसा लगाता है, तो वो मल्टी एसेट फंड नहीं कहलाएगा.

मल्टी एसेट फंड्स अधिक फायदेमंद हैं?

गौरतलब है कि ये फंड आपके पैसे को अलग-अलग जगह लगाकर जोखिम को कम करते हैं. अगर स्टॉक मार्केट नीचे भी जाता है, तो दूसरे एसेट जैसे बॉन्ड या गोल्ड उसे संतुलित कर सकते हैं. यह उन निवेशकों के लिए खास है जो ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं चाहते, लेकिन फिर भी अच्छा रिटर्न चाहते हैं.

किसके लिए सही है ये फंड?

ऐसे निवेशक जो नियमित आमदनी चाहते हैं, पर शेयर बाजार के झटकों से बचना भी चाहते हैं. वे लोग जो लंबे समय तक निवेश करना चाहते हैं, बिना रोज-रोज की चिंता के. रिटायरमेंट के बाद वाले निवेशक, जिन्हें हर महीने थोड़ी-थोड़ी रकम चाहिए.

मल्टी-एसेट फंड से SWP करने की सलाह क्यों दी जाती है?

वेल्थ मैनेजर्स इंवेस्टर्स को सलाह देते हैं कि वे सिर्फ इक्विटी (शेयर बाजार) वाले फंड से SWP न करें, बल्कि मल्टी-एसेट फंड से करें. जिससे जो निवेश की सुरक्षा और स्थिर आमदनी से दोनो ही बेहतर होते हैं. मल्टी-एसेट फंड का सबसे बड़ा फायदा यह है कि यह फंड आपका पैसा सिर्फ एक जगह नहीं, बल्कि तीन या उससे ज़्यादा एसेट क्लास में लगाता है. जब आपका पैसा एक साथ कई अलग-अलग जगहों पर लगा होता है, तो अगर किसी एक जगह नुकसान हो भी जाए, तो दूसरी जगह का मुनाफा उसे संभाल लेता है. इससे आपका पूरा निवेश सुरक्षित रहता है.

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