CAG Report Delhi Liquor Policy: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल और पूर्व डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया को लेकर बहुत बड़ा खुलासा हुआ है. दिल्ली शराब निति घोटाला मामले में कंपट्रोलर एन्ड ऑडिटर जनरल ऑफ़ इंडिया यानी CAG रिपोर्ट लीक हो गई है जिससे मालूम पड़ा है कि दिल्ली सरकार द्वारा बनाई गई शराब निति से कुल 2026 करोड़ रुपए का राजस्व घाटा हुआ है. इस रिपोर्ट में बताया गया है कि दिल्ली लिकर पॉलिसी में काफी गड़बड़ियां थीं, जिसमे सबसे बड़ी खामी या हेरफेर शराब दुकानों का लाइसेंस देने में की गई. इसके आलावा आम आदमी पार्टी के लीडर्स को इस निति से घूस के जरिए बहुत फायदा पहुंचाया गया.
इस निति को लागु करने के लिए तत्कालीन डिप्टी चीफ मिनिस्टर जिस मंत्रिमंडल की अगुआई कर रहे थे, उसने एक्सपर्ट पैनल के सुझावों को नकारते हुए, निति को मंजूरी दे दी और तत्कालीन उपराजयपाल से मंजूरी तक नहीं ली गई. तमाम शिकायतों के बाद भी नीलामी की बोली लगाई गई और इसके बाद जिन्हे घाटा हुआ था उन्हें भी लाइसेंस दे दिए गए. बता दें कि 2021 में आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में नई शराब निति को लागू किया था, जब LG ने गड़बड़ी के आरोप लगाए तब अगस्त 2022 में CBI और ED ने केस दर्ज किए, इसके बाद दिल्ली सरकार ने नई एक्साइस पॉलिसी को वापस ले लिया। पॉलिसी को वापस लेने से ये शक और भी गहरा गया कि निति बनाने और लागू करने में में बड़े स्तर पर भ्रष्टाचार हुआ है. अब CAG रिपोर्ट से ये खुलासा भी हो गया है कि दिल्ली की नई शराब निति में 2000 करोड़ से ज्यादा का नुकसान हुआ और आप नेताओं समेत कई लोगों को अनुचित फायदा पहुंचाया गया.
आपको बता दें कि ये CAG रिपोर्ट पेश नहीं हुई, बल्कि लीक हुई है. इसका खुलासा इंडिया टुडे ने किया है. इस रिपोर्ट को दिल्ली विधानसभा में पेश किया जाना था लेकिन सरकार ऐसा होने नहीं दे रही थी। CAG रिपोर्ट लीक होने के बाद अब आम आदमी पार्टी सहित अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, संजय सिंह और सत्येंद्र जैन फिर से मुश्किलों में पड़ गए हैं. दिल्ली में 5 फरवरी को वोटिंग होनी है और इस बीच ऐसी रिपोर्ट आना, निश्चित रूप से आम आदमी पार्टी को काफी नुकसान पहुंचाने का काम करेगी।
CAG रिपोर्ट लीक होने पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, जेपी नड्डा ने अपना रिएक्शन दिया है. उन्होंने कहा- CAG रिपोर्ट ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी की पोल खोल दी, नीति बनाने समय जानबूझकर की गई चूक से सरकार को 2026 करोड़ का घाटा हुआ
वहीं पूर्व केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए CAG रिपोर्ट की 10 फाइंडिंग्स को गिनाया है.
इधर दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने भारतीय जनता पार्टी पर ही सवाल खड़े करते हुए पुछा है कि आम आदमी पार्टी से ऐसी कौन सी डील थी जो CAG रिपोर्ट विधानसभा में पेश नहीं हुई.
वैसे दिल्ली शराब नीति घोटाला का CAG रिपोर्ट से खुलासा होने के बाद अब कांग्रेस भी आम आदमी पार्टी पर हमलावर है. कांग्रेस का कहना है कि हम तो पहले ही कह रहे थे, शराब निति में गड़बड़ी हुई है. कांग्रेस ने ही सबसे पहले FIR भी दर्ज करवाई थी. लेकिन सवाल ये है कि जब अरविंद केजरीवाल को इसी मामले में जेल हुई थी तब कांग्रेस उन्हें ईमानदार बताते हुए धरने पर क्यों बैठी थी ? राहुल गांधी, केजरीवाल की गिरफ़्तारी का विरोध क्यों कर रहे थे, और जब कांग्रेस पहले से सब जानती थी तो साथ मिलकर लोकसभा चुनाव क्यों लड़ा ? आज अगर आम आदमी पार्टी अकेले दिल्ली चुनाव लड़ रही है तो कांग्रेस को अब केजरीवाल के खिलाफ जारी हुई CAG रिपोर्ट सही लगने लगी. वहीं अगर दोनों साथ मिलकर चुनाव लड़ रहे होते तो नज़ारा कुछ और ही रहता है.
खैर.. CAG रिपोर्ट मामले में अबतक तो न अरविंद केजरीवाल का कोई बयान आया और ना ही मनीष सिसोदिया का. लेकिन आम आदमी पार्टी CAG रिपोर्ट को ही फर्जी बता दिया है. आम आदमी पार्टी का कहना है कि ये CAG रिपोर्ट है ही नहीं। ये बीजेपी की बनाई फर्जी रिपोर्ट है क्योंकि CAG रिपोर्ट विधानससभा में टेबल नहीं हुई है। खैर कैग के बारे में बताएं तो CAG केंद्र या राज्य की सरकार के नियंत्रण में नहीं होती है, ये संस्था सभी सरकारी विभागों की वित्तीय ऑडिट करती है और रिपोर्ट पेश करती है। CAG की रिपोर्ट को कोई झुठला नहीं सकता है, इसके कारण ही गुजरात के पूर्व सीएम केशुभाई पटेल की कुर्सी गई थी, इसी के चलते राम विलास पासवान पर अपना घर सजवाने के लिए लाखों खर्च करने का खुलासा हुआ था, CAG रिपोर्ट ने ही 2G घोटाला का नेट लॉस उजागर किया था और CAG रिपोर्ट से ही केजरीवाल के सरकारी आवास में किए गए अनियमित खर्च का खुलासा हुआ है.
तो अब दिल्ली शराब निति घोटाला कांड के ऊपर आई CAG रिपोर्ट से न सिर्फ दिल्ली चुनाव पर सीधा असर पड़ेगा बल्कि इस मामले में केरजीवाल, सिसोदिया सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ और भी मजबूत केस बनाने के लिए ED और CBI को आधार मिल जाएगा। और ये भी हो सकता है कि इस बिनाह पर फिर से गिरफ्तारियां शुरू जाएं। वैसे इस खुलासे को लेकर अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं और दिल्ली इलेक्शन से जुडी हर अहम जानकारी के लिए शब्द सांची के चैनल को सब्स्क्राइब करना न भूलें