सोशल मीडिया में कंगना रनौत बनाम सुप्रिया श्रीनेत भयंकर ट्रेंड हो रहा है. हो भी क्यों न बात ही कुछ ऐसी है और ये बाद दूर तक जाने वाली है. खैर बीजेपी ने अपनी पांचवी लिस्ट जारी की, जिसमे बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत को हिमाचल प्रदेश की मंडी सीट से टिकट दी गई. कंगना को टिकट मिलने पर सुप्रिया श्रीनेत के ट्विटर अकाउंट से एक पोस्ट किया गया जिसमे कंगना और सब्जी की दुकान की तस्वीरें थी और कैप्शन में लिखा था- क्या भाव चल रहा है मंडी में?
इस वल्गर पोस्ट को कंगना ने भी देखा और महिला आयोग ने भी नोटिस में ले लिया। इधर से भारतीय जनता पार्टी के नेता भी सुप्रिया पर हमलावर होने लगे कि आखिर उन्होंने एक महिला के लिए इतनी बेहूदा बात कैसे कर दी. मंडी और भाव वाले इस वल्गर पोस्ट को अपलोड हुए 3 घंटे बीत गए और 7 हजार से ज्यादा लाइक भी आए. अब मुहब्बत की दुकान से बिका सामान वापस तो होता ही नहीं इसी लिए सुप्रिया श्रीनेत ने वीडियो जारी कर इस पोस्ट को किसी दूसरे व्यक्ति द्वारा शेयर किया जाना बता दिया। मतलब अकाउंट तो सुप्रिया श्रीनेत का है लेकिन पोस्ट किसी दूसरे व्यक्ति ने की, वो व्यक्ति कौन है इसका पता सुप्रिया श्रीनेत नहीं कर पा रही हैं. उनका कहना है कि उनका सोशल मीडिया अकाउंट कई लोगों के पास है जो बिना उनकी परमिशन के उनके अकाउंट से कुछ भी शेयर कर देते हैं.
सुप्रिया श्रीनेत के इस पोस्ट के बाद कंगना रनौत का बयान सामने आया. कंगना ने ट्विटर पर लंबा चौड़ा पोस्ट लिखते हुए कहा- डीयर सुप्रिया जी, मेरे 20 साल के एक्टिंग करियर में मैंने बतौर कलाकार, महिलाओं के कई तरह के रोल किए हैं. क़्वीन में एक नादान लड़की तो धाकड़ में मोहक जासूस, मणिकर्णिका में लक्ष्मीबाई जैसी देवी तो चंद्रमुखी में एक प्रेत का रोल किया, रज्जो फिल्म में मैंने एक प्रॉस्टिट्यूट का रोल किया तो थलाईवी में एक क्रन्तिकारी नेता का. हमें अपनी बेटियों को पूर्वाग्रहों के बंधनों से मुक्त करना चाहिए, हमें उनके शरीर के अंगों के बारे में जिज्ञासा से ऊपर उठना चाहिए और सबसे बढ़कर हमें जीवन या परिस्थितियों को चुनौती देने वाली यौनकर्मियों को किसी प्रकार के दुर्व्यवहार या अपमान के रूप में इस्तेमाल करने से बचना चाहिए… हर महिला अपनी गरिमा की हकदार है…
कंगना के रिएक्शन और सुप्रिया श्रीनेत की सफाई के बाद राष्ट्रीय महिला आयोग की एंट्री हुई. महिला आयोग की चीफ रेखा शर्मा ने कहा कि- ये बड़ा दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक महिला के लिए एक महिला ने ऐसी अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल किया।रेखा शर्मा ने कहा कि हमने इस मामले को संज्ञान में लिया है और इलेक्शन कमीशन से इसकी शिकायत की है. न सिर्फ सुप्रिया बल्कि कांग्रेस के अन्य बड़े नेताओं ने भी कंगना को लेकर अभद्र बातें कहीं और उन्हें इसके लिए माफ़ी मांगनी पड़ेगी।
कहा जा रहा है कि ये मामला अब महिला आयोग और EC नहीं नहीं बल्कि SC यानी सुप्रीम कोर्ट तक जा सकता है. और ये मामला कोर्ट में गया तो सुप्रिया श्रीनेत के खिलाफ एक्शन होना पक्का है. क्योंकी अगस्त 2023 में कोर्ट ने सोशल मीडिया पोस्ट से जुड़ा एक फैसला सुनाते हुए कहा था कि- सोशल मीडिया में अपमानजनक पोस्ट करने वाले सिर्फ माफ़ी मांगकर नहीं बच सकते, उन्हें सज़ा मिलनी जरूरी है. तब कोर्ट ने महिला पत्रकारों से जुड़ा एक अभद्र पोस्ट शेयर किए जाने पर पूर्व बीजेपी विधायक एस वे शेखर की याचिका को ख़ारिज कर दिया था. चेन्नई के पूर्व विधायक ने बिना शर्त माफ़ी भी मांगी थी मगर कोर्ट ने उनपर एक्शन लेते हुए कहा था कि- सोशल मीडिया पोस्ट तीर की तरह होता है जिसे धनुष से निकाला जा चुका है।
वैसे कंगना पर वल्गर बात कहने वालों में सुप्रिया श्रीनेत अकेली नहीं हैं. कांग्रेस के गुजरात स्टेट जॉइंट कोर्डिनेटर HS अहिर ने भी कंगना को लेकर ऐसी बात पोस्ट की जो हम अपने मुँह से नहीं कह सकते। लेकिन जब सुप्रिया श्रीनेत का पोस्ट हाइलाइट हुआ तो HS अहिर का भी ट्विटर हैक हो गया. इसके बाद उन्होंने भी सफाई देते हुए पोस्ट को हटा दिया।
बहरहाल दोनों नेताओं के खिलाफ महिला आयोग ने इलेक्शन कमीशन में शिकायत कर दी है.. लेकिन अबतक ये मालूम नहीं चला कि सुप्रिया श्रीनेत और HS अहीर के अकाउंट से उनकी सोशल मीडिया हैंडलर टीम में से किसने ऐसी पोस्ट लिखीं। हालांकि ये पता करना बहुत आसान है.