Case Of Death After Rabies Injection In Rewa: रीवा के नरेंद्र नगर में एक किशोर की कुत्ता काटने के बाद मृत्यु हो गई है। परिजनों के अनुसार किशोर को तीनों रेबीज के इंजेक्शन लगवाए गए थे, उसके बाद भी किशोर के हालात बिगड़ते ही रहे और वह अजीब कुत्तों जैसी हरकतें करने लगा था। इस घटना ने रीवा में आवारा कुत्तों की समस्या और रेबीज के इलाज की चुनौतियों को उजागर किया है। जिला कलेक्टर ने भी अस्पताल प्रबंधन से इस घटना पर जवाब मांगा है।
क्या हुआ था घटनाक्रम
रीवा के नरेंद्र नगर में 14 वर्षीय किशोर नितिन नट की आवारा कुत्ते के काटने से रेबीज संक्रमण के कारण मृत्यु हो गई, जो अत्यंत दुखद और चिंताजनक है। नितिन, जो मनगवां थाना क्षेत्र के पहाड़िया गांव का निवासी था, 16 जून 2025 को अपनी मौसी के घर रीवा नरेंद्र नगर आया था। वहाँ खेलते समय एक आवारा कुत्ते ने उसकी गर्दन पर काट लिया था। परिजनों ने तुरंत उसे कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां उसे रेबीज के तीन इंजेक्शन क्रमशः16 जून, 20 जून, और 27 जून को लगाए गए। चौथा इंजेक्शन 14 जुलाई को लगना था, लेकिन उससे पहले 6 जुलाई से नितिन की तबीयत बिगड़ने लगी। वह कुत्तों जैसी हरकतें करने लगा, जो रेबीज के गंभीर लक्षणों का संकेत है। 10 जुलाई को संजय गांधी अस्पताल में इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
क्या बोले चिकित्सक
रेबीज के इंजेक्शन के बावजूद मृत्यु के कारणसंजय गांधी अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राहुल मिश्रा के अनुसार, रेबीज का संक्रमण नितिन के मस्तिष्क तक पहुंच गया था, जिसके बाद कोई भी दवा प्रभावी नहीं रहती। शायद इसका संभावित कारण काटने की जगह है, कुत्ते ने नितिन की गर्दन पर काटा, जो मस्तिष्क से बहुत करीब है। इससे रेबीज वायरस तेजी से मस्तिष्क तक पहुंच गया, जिससे इंजेक्शन का असर होने से पहले ही संक्रमण गंभीर हो गया।
सरकारी इंजेक्शन की गुणवत्ता पर सवाल
परिजनों और स्थानीय लोगों ने सरकारी अस्पतालों में दी जाने वाली एंटी-रेबीज वैक्सीन की गुणवत्ता पर सवाल उठाए हैं। उनका मानना है कि यदि समय पर प्रभावी इंजेक्शन लगाए जाते, तो नितिन की जान बच सकती थी। हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, रेबीज के टीके की प्रभावशीलता काटने की गंभीरता, स्थान, और समय पर पूर्ण उपचार पर निर्भर करती है। यदि वायरस मस्तिष्क तक पहुंच जाए, तो टीकाकरण अप्रभावी हो सकता है।
जिला कलेक्टर ने अस्पताल प्रबंधन से मांगी रिपोर्ट
रीवा की कलेक्टर प्रतिभा पाल ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और संजय गांधी अस्पताल से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। उन्होंने कहा है- इस तरह के मामले को पहली बार देखा है, जब रेबीज के इंजेक्शन लगने के बाद भी मृत्यु का होना चिंताजनक है, इलाज करनेवाले डॉक्टर्स से भी जवाब मांगा जाएगा।
आवारा कुत्तों का तेजी से किया जाएगा रेस्क्यू
इस घटना के बाद, नगर-निगम की कार्यवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। नगर निगम आयुक्त सौरभ सोनवड़े ने कहा कि आवारा कुत्तों के रेस्क्यू अभियान को और तेज किया जाएगा, यह अभियान पहले से ही जारी है। हालांकि कुत्तों की संख्या अधिक होने से यह चुनौतीपूर्ण है।
आवारा कुत्तों का बढ़ता खतरा
रीवा में आवारा कुत्तों की संख्या में वृद्धि एक गंभीर समस्या बन चुकी है। नरेंद्र नगर और अन्य क्षेत्रों में लोग इनके हमलों से डरे हुए हैं। नितिन की मृत्यु ने स्थानीय लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है, और वे नगर निगम से तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।