KHALIDA ZIA BIOGRAPHY IN HINDI : बांग्लादेश में घटित हुई इस भीषण हिंसा के बाद बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद पूर्व प्रधानमंत्री और बीएनपी की सबसे बड़ी नेता खालिदा जिया को रिहा करने के आदेश दिए गए हैं। मीडिया सूत्रों के अनुसार बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया को रिहा करने के आदेश सर्वसम्मति से पारित किया था ।
मीडिया सूत्रों को माने तो बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन ने ताजा हालात को देखते हुए देश की जिम्मेदारी के लिए अंतरिम सरकार बनाने का फैसला किया है। राष्ट्रपति भवन ने बताया कि सेना, नौसेना और वायुसेना प्रमुखों के साथ-साथ विभिन्न राजनीतिक दलों और महत्वपूर्ण लोगों की बैठक में यह फैसला लिया गया। इसी बैठक में यह भी फैसला लिया गया कि बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी की अध्यक्ष और पूर्व पीएम खालिदा जिया को रिहा किया जाएगा।
कौन हैं खालिदा जिया? | KHALIDA ZIA BIOGRAPHY
खालिदा जिया मुख्य विपक्षी दल बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (BNP) की प्रमुख हैं। 15 अगस्त 1945 को बंगाल के जलपाईगुड़ी के एक समृद्ध परिवार में जन्मी खालिदा जिया का राजनीतिक करियर उनके पति जियाउर रहमान की हत्या के बाद शुरू हुआ, जो 1977 से 1981 तक बांग्लादेश के राष्ट्रपति भी रहे। 1978 में बांग्लादेश में बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी बीएनपी की स्थापना की। खालिदा पाकिस्तान की बेनजीर भुट्टो के बाद दुनिया की दूसरी मुस्लिम महिला प्रधानमंत्री थीं।
2001 से 2006 तक रहा था खालिदा जिया का कार्यकाल | KHALIDA ZIA POLITICAL CAREER
वे 2001 से 2006 तक अपने दूसरे कार्यकाल के दौरान भी प्रधानमंत्री रहीं। 2006 में उनकी सरकार का कार्यकाल समाप्त होने के बाद, जनवरी 2007 के चुनाव राजनीतिक हिंसा और अंदरूनी कलह के कारण स्थगित कर दिए गए, जिसके कारण सेना ने कार्यवाहक सरकार का नियंत्रण अपने हाथ में ले लिया। अपने अंतरिम शासन के दौरान कार्यवाहक सरकार ने जिया और उनके दो बेटों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। जिया वर्तमान में कई स्वास्थ्य समस्याओं से पीड़ित हैं, जिसके कारण वे अक्सर चिकित्सा देखभाल के लिए विदेश यात्रा करती रहती हैं।
भारत के लिए कैसी साबित होंगी खालिदा ?
बांग्लादेश में शेख हसीना का सत्ता से बाहर होना भारत के लिए अच्छी खबर नहीं है। क्योंकि खालिदा जिया के शासन के दौरान भारत के साथ कई तरह के तनाव रहे हैं। जानकारों का कहना है कि खालिदा जिया का झुकाव पाकिस्तान की तरफ रहा है और उनकी पार्टी बीएनपी कट्टरपंथियों से भरी हुई है, जो भारत के लिए एक समस्या है।
फर्स्ट पोस्ट की एक रिपोर्ट के अनुसार जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंटरनेशनल स्टडीज के मनीष दाभाड़े कहते हैं, ‘विपक्षी नेता खालिदा जिया की बीएनपी और जमात-ए-इस्लामी के कट्टरपंथी और इस्लामवादी भारत के लिए मुख्य समस्या हैं। उन्होंने बांग्लादेश में विरोध प्रदर्शनों को हाईजैक कर लिया था और भविष्य की कोई भी सरकार जिसमें वे शामिल होंगे, भारत के लिए एक समस्या होगी, क्योंकि मूल रूप से वे चीन और पाकिस्तान के समर्थक हैं।’