2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड से लेफ्ट के पीपी सुनीर को 4.31 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. केरल में इतने ज्यादा अंतर से कोई भी नहीं जीता। राहुल ने इस सीट पर 64.94 वोट शेयर हासिल किया था. वहीं NDA ने बीडीजे नेता तुषार वेल्लापल्ली को समर्थन दिया था. उन्हें 78 हजार वोट मिले थे.
I.N.D.I. गठबंधन में शामिल केरल की लेफ्ट सरकार ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर सवाल उठाया है. केरल के सीएम पिनराई विजयन ने 6 अप्रैल को कहा कि CPI (M) के मैनिफेस्टो में CAA को रद्द करने की बात हुई थी, लेकिन कांग्रेस ने इस वादे को घोषणापत्र में शामिल नहीं किया है. विजयन ने कहा कि कांग्रेस आर्टिकल 370 हटाए जाने के फैसले के खिलाफ भी प्रोटेस्ट नहीं कर पाई थी. कांग्रेस वोट के लिए अपने मूल्यों से समझौता करने को तैयार है. ऐसे में घोषणा पत्र के जरिए कांग्रेस ने देश की की आम जनता और अल्पसंख्यकों को धोखा देने का काम किया है.
2019 में वायनाड से जीते थे राहुल गांधी
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने वायनाड से लेफ्ट के पीपी सुनीर को 4.31 लाख से अधिक वोटों के अंतर से हराया था. केरल में इतने ज्यादा अंतर से कोई भी नहीं जीता। राहुल ने इस सीट पर 64.94 वोट शेयर हासिल किया था. वहीं NDA ने बीडीजे नेता तुषार वेल्लापल्ली को समर्थन दिया था. उन्हें 78 हजार वोट मिले थे.
2019 में कांग्रेस को केरल से 19 सीटें मिलीं थी
2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस के नेतृत्व वाले यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (UDF) ने केरल में 20 में से 19 सीटें जीती थीं. कांग्रेस को 15 इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग को 2, रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी और केरल कांग्रेस (M) को एक-एक सीटें मिलीं थी. वहीं CPI (M) ने सिर्फ अलप्पुझा की एक सीट जीती थी. राज्य में इस बार सेकेंड फेज में 26 अप्रैल को वोटिंग होगी।