Jammu Kashmir Election 2024 : जम्मू-कश्मीर में बह रही लोकतंत्र की बयार में अलगाववाद और जिहाद के नारे लगाने वालों ने भी जय भारतीय संविधान का नारा लगाना शुरू कर दिया है। कश्मीर में आतंकवाद और अलगाववाद की जननी और पोषक कही जाने वाली प्रतिबंधित जमात-ए-इस्लामी के चार पूर्व नेता चुनावी मैदान में उतर आए हैं और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया है।
इनमें सरजन बरकती उर्फ आजादी चाचा भी शामिल हैं, जिन्होंने वर्ष 2016 के दौरान दक्षिण कश्मीर के शोपियां और कुलगाम में हिंसक प्रदर्शनों को संगठित करने में अहम भूमिका निभाई थी। उन्होंने जेल से अपना नामांकन दाखिल किया है।चुनाव में उतरे जमात-ए-इस्लामी से जुड़े निर्दलीय उम्मीदवारों ने लोगों से अपनी अंतरात्मा की आवाज पर वोट देने को कहा है।
सरजन अहमद भी विधानसभा चुनाव लड़ रहे हैं।
संसद हमले में संलिप्तता के आधार पर मौत की सजा पाए आतंकी अफजल गुरु का भाई एजाज गुरु भी उत्तरी कश्मीर के सोपोर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहा है जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में मतदान होने जा रहा है। पहले चरण में शामिल 24 सीटों में से 16 दक्षिण कश्मीर के चार जिलों में हैं और बाकी आठ जम्मू प्रांत के डोडा-किश्तवाड़ और रामबन में हैं। इन सीटों के लिए आज नामांकन का आखिरी दिन था।
हमें अतीत में नहीं, वर्तमान में जीना चाहिए’
पूर्व जमात-ए-इस्लामी नेता तलत मजीद ने आज पुलवामा विधानसभा क्षेत्र के लिए निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया।2016 में शोपियां और कुलगाम में हिंसक प्रदर्शनों को संगठित करने में अहम भूमिका निभाने वाले सरजन अहमद बाघे उर्फ सरजन बरकती उर्फ आजादी चाचा भी शोपियां जिले के जेनपोरा विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं। वह आतंकी फंडिंग के आरोप में जेल में हैं और उनका नामांकन उनकी बेटी सुघरा बरकती ने दाखिल किया है।
Read Also : http://Jay Shah ICC New Chairman : ग्रेग बार्कले का कार्यकाल खत्म, ICC के नए अध्यक्ष होंगे जय शाह।