Jaisalmer bus fire reason: राजस्थान के जैसलमेर में 14 अक्टूबर 2025 को एक भयानक बस अग्निकांड (Jaisalmer bus fire) ने 20 लोगों की जान ले ली, जिसमें एक पूरा परिवार भी शामिल है। यह घटना जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर दोपहर करीब 3 बजे हुई, जब एक निजी AC स्लीपर बस, जो जैसलमेर से जोधपुर जा रही थी, अचानक आग की चपेट में आ गई। बस में 57 यात्री सवार थे, और इस हादसे में 16 अन्य लोग घायल हो गए, जिन्हें स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है
घटना के अनुसार, बस के पिछले हिस्से से धुआं निकलने की सूचना मिली, जिसके बाद ड्राइवर ने वाहन को सड़क किनारे रोका। लेकिन कुछ ही पलों में आग ने पूरी बस को अपनी चपेट में ले लिया। प्रारंभिक जांच में पता चला कि शॉर्ट सर्किट के कारण आग लगी, जो तेजी से फैली क्योंकि बस के स्लीपर कोच में फाइबर पैनल और पर्दे थे। मजबूत ग्लास की खिड़कियों और बंद दरवाजे ने यात्रियों के बचाव में बाधा डाली, जिससे कई लोग बाहर नहीं निकल सके। एक स्थानीय ने बताया, “हमने खिड़कियां तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आग इतनी तेज थी कि कुछ नहीं हो सका।
हादसे में एक ही परिवार के 6 सदस्यों की मौत हुई, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं। सेना की एक टीम ने मौके पर पहुंचकर JCB मशीन से दरवाजा तोड़ा और बचाव कार्य शुरू किया, लेकिन तब तक देर हो चुकी थी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने घटनास्थल का दौरा किया और घायलों से मुलाकात की, साथ ही मृतकों के परिजनों को ₹4 लाख और घायलों को ₹50,000 मुआवजे की घोषणा की (CM relief fund)। पीएम नरेंद्र मोदी ने भी ट्वीट कर दुख जताया और हर मृतक के परिवार को ₹2 लाख की सहायता की घोषणा की।
पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच में जुटी है, और प्रारंभिक रिपोर्ट में बस के रखरखाव में लापरवाहीऔर सुरक्षा मानकों की अनदेखी को जिम्मेदार माना जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि AC स्लीपर बसों के रूपांतरण और आपातकालीन निकास की जांच होगी। यह हादसा सड़क सुरक्षा (road safety concerns) पर फिर सवाल उठा रहा है, और सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं।
