आंध्र प्रदेश के वेस्ट गोदावरी जिले के पालकोल्लु से आने वाली जाह्नवी डांगेती (Jahnavi Dangeti) ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है, जिसने पूरे भारत में गर्व की लहर पैदा कर दी है। हाल ही में डॉ. सैलजा रायपाटी द्वारा सोशल मीडिया पर साझा की गई जानकारी के अनुसार, जाह्नवी को NASA के अंतरराष्ट्रीय वायु और अंतरिक्ष कार्यक्रम (International Air and Space Program) को सफलतापूर्वक पूरा करने वाली पहली भारतीय के रूप में सम्मानित किया गया है। वह 2029 में अंतरिक्ष की यात्रा के लिए तैयार हैं और टाइटन मिशन (Titan Mission) के लिए चयनित हुई हैं, जो सैटर्न के चंद्रमा की खोज से जुड़ा एक महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट है।
जाह्नवी ने इलेक्ट्रॉनिक्स और कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग (Electronics Engineering) में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है और STEM (विज्ञान, प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग, गणित) के क्षेत्र में सक्रिय योगदान दिया है। उनके नाम एक क्षुद्रग्रह की खोज (Asteroid Discovery) दर्ज है, जो उनकी वैज्ञानिक प्रतिभा को दर्शाता है। उन्हें NASA स्पेस ऐप्स चैलेंज में पीपल्स चॉइस अवार्ड और ISRO वर्ल्ड स्पेस वीक यंग अचीवर अवार्ड (Space Achievements) जैसे सम्मानों से भी सम्मानित किया जा चुका है।
भारत के अंतरिक्ष क्षेत्र में नया अध्याय
जाह्नवी का चयन NASA के टाइटन मिशन (NASA Space Mission) के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो 2029 में शुरू होगा और सैटर्न के चंद्रमा टाइटन की अन्वेषण पर केंद्रित है। यह मिशन वैज्ञानिक खोजों को नई दिशा दे सकता है। उनकी इस यात्रा से भारत का नाम वैश्विक अंतरिक्ष अनुसंधान (Indian Space Exploration) में और ऊंचा होगा। युवा पीढ़ी, खासकर लड़कियां, जो विज्ञान और तकनीक (STEM for Youth) में करियर बनाना चाहती हैं, उनके लिए यह एक प्रेरणा बन सकती है।
सोशल मीडिया पर जाह्नवी की इस सफलता की खबर तेजी से वायरल हो रही है। कई लोगों ने उनकी मेहनत और उपलब्धि की प्रशंसा की है, जबकि कुछ ने इसकी सत्यता पर सवाल उठाए हैं, इसे एक संभावित अंतरराष्ट्रीय धोखाधड़ी (Space Program Scam) कहकर। हालांकि, उनके पिछले रिकॉर्ड और NASA से जुड़े स्रोतों के आधार पर, उनकी उपलब्धि विश्वसनीय लगती है।
जाह्नवी की अंतरिक्ष यात्रा (Space Travel 2029) न केवल वैज्ञानिक क्षेत्र में योगदान देगी, बल्कि भारत को वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय (Global Space Community) में मजबूत स्थिति दिलाएगी। उनकी कहानी एक साधारण पृष्ठभूमि से निकलकर बड़े सपनों को साकार करने की मिसाल है।