मध्यप्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका!

JABALPUR CONGRESS-

मध्यप्रदेश कांग्रेस के साथ 7 फरवरी को खेल हो गया. यहां जबलपुर महापौर जगत सिंह अन्नू ने भाजपा का हाथ थाम लिया। उनके साथ कई अन्य कांग्रेस पदाधिकारियों ने भी भोपाल मुख्यालय में भाजपा की सदस्यता ली. सीएम मोहन यादव ने कहा कि सभी को पार्टी में सम्मान मिलेगा।

Resignation of Jabalpur Mayor: मध्य प्रदेश में कांग्रेस को बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह अन्नू ने 7 फरवरी को भाजपा का हाथ थम लिया है. उन्होंने भाजपा के भोपाल कार्यालय में पार्टी की सदस्यता ली. उनके साथ डिंडोरी जिला पंचायत अध्यक्ष रुदेश परस्ते, उपाध्यक्ष अंजू जितेंद्र ब्यौहार, सिंगरौली जिला पंचायत उपाध्यक्ष अर्चना सिंह, डिंडोरी के पूर्व जिला अध्यक्ष बीरेंद्र बिहारी शुक्ला, जिला पंचायत सदस्य, पार्षद, जनपद पंचायत उपाध्यक्ष, जनपद सदस्य , पूर्व जनपद सदस्य, युवा कांग्रेस के जिला उपाध्यक्ष, ब्लॉक प्रभारी सहित कई नेताओं ने भाजपा का दमन थामा है.

इस अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव (Dr. Mohan Yadav) प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) सहित कई बड़े नेता मौजूद रहे. इस मौके पर सीएम डॉ. मोहन ने कहा कि आज भाजपा परिवार की सदस्यता ग्रहण करने वाले सभी साथियों का हृदय से स्वागत करता हूं. आप सभी को इस परिवार में उचित मान, सम्मान मिलेगा। आप और हम मिलकर पीएम मोदी के विकसित भारत के संकल्प को साकार करेंगे।

अयोध्या न जाने से नाराज हुए महापौर

जबलपुर महापौर जगत बहादुर सिंह (Jagat Bahadur Singh) ने कहा कि भाजपा के साथ आने के कई कारण हैं. जिस दिन कांग्रेस के बड़े नेताओं ने कहा था कि हम अयोध्या नहीं जाएंगे, उस दिन मैं बहुत दुखी हुआ था. भाजपा के विकास और पीएम मोदी की गारंटी भी एक बड़ा कारण है. जबलपुर की उन्नति के लिए डबल इंजन के साथ तीसरा इंजन जोड़ना जरूरी था. मैं जिन लोगों के समर्थन से महापौर बना उन सबका कहना था कि अपनी विचारधारा भाजपा से मिलती है.

जबलपुर नगर निगम में मचा हडकंप

महापौर के भाजपा में सदस्यता लेने के बाद नगर निगम जबलपुर में हड़कंप मच गया. यहां एमआईसी ने सामूहिक स्तीफा दे दिया है. सदस्यों का महापौर पर गुस्सा फूटा। उन्होंने कहा कि महापौर ने कांग्रेस के चिन्ह पर चुनाव लड़ा था. जनता का विश्वास कांग्रेस में था, इसलिए उन्हें महापौर बनाया। जब उन्होंने ही संगठन छोड़ दिया तो हम कांग्रेस के सच्चे सिपाही होने के नाते इस्तीफ़ा दे रहे हैं. सभी सदस्यों ने नगर निगम सचिव को इस्तीफ़ा सौंप दिया।

क्या रीवा महापौर भी शामिल होंगे भाजपा में?

लोकसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में जिस प्रकार से इस्तीफे का सिलसिला जारी है, उससे जनता का कांग्रेस से विश्वास भी उठता दिखाई दे रहा है. रीवा में इन दिनों महापौर अजय मिश्रा बाबा के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को लेकर चर्चा हो रही है. अंदरखाने ये भी चर्चा है कि रीवा महापौर भी कांग्रेस छोड़ भाजपा में शामिल होंगे। अब ये देखना होगा की आगे क्या होता है.

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