ISRO ने लॉन्च किया INSAT-3D सैटेलाइट

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1 जनवरी 2024 को PSLV-3D सीरीज की 7 वीं उड़ान होगी इस सीरीज का आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR 8 सितंबर 2016 को लॉन्च किया गया था. इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के अनुसार 10 नवंबर 2023 से INSAT-3DS के वाइब्रेशन टेस्ट शुरू हो गए थे. यह 6-चैनल इमेजर और 19-चैनल साउंडर के जरिए मौसम से जुड़ी जानकारी देगा।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 17 फरवरी को मौसम की सटीक जानकारी देने वाले सैटेलाइट INSAT-3D को लॉन्च किया। इसे श्रीहरिकोटा के सतीश धवन स्पेस सेंटर से शाम 5.35 बजे लॉन्च किया गया है. सैटेलाइट की लॉन्चिंग GSLV Mk II रॉकेट से होगी। थोड़ी देर में पृथ्वी की ऊपरी कक्षा (Geosynchronous Transfer Orbit) में तैनात होगा।

1 जनवरी 2024 को PSLV-3D सीरीज की 7 वीं उड़ान होगी इस सीरीज का आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR 8 सितंबर 2016 को लॉन्च किया गया था. इसरो के अध्यक्ष एस सोमनाथ के अनुसार 10 नवंबर 2023 से INSAT-3DS के वाइब्रेशन टेस्ट शुरू हो गए थे. यह 6-चैनल इमेजर और 19-चैनल साउंडर के जरिए मौसम से जुड़ी जानकारी देगा। साथ ही सर्च और रेस्क्यू के लिए जमीनी डेटा और मैसेज रिले करेगा।

क्या काम करेगा INSAT-3DS

2274 किलोग्राम वजनी सैटेलाइट एक बार चालू होने के बाद अर्थ साइंस, मौसम विज्ञान विभाग (Indian Meteorological Department) नेशनल इंस्टीट्यूड ऑफ़ ओशन टेक्नोलॉजी (NIOT) मौसम पूर्वानुमान केंद्र और भारतीय राष्ट्रीय केंद्र के तहत विभिन्न विभागों को सेवा प्रदान करेगा। 51.7 मीटर लंबा रॉकेट इमेजर पेलोड, साउंडर पेलोड, डेटा रिले ट्रांसपोंडर और सैटेलाइट एडेड सर्च एंड रेस्क्यू ट्रांसपोंडर ले जाएगा। जिनका उपयोग बादल, कोहरे, बारिश, बर्फ, और उसकी गहराई, आग, धुंआ, भूमि और समंदरों पर स्टडी के लिए किया जाएगा।

क्या है INSAT

What is INSAT: इंडियन नेशनल सैटेलाइट (INSAT) सिस्टम, (kya hai INSAT) भारत की कम्युनिकेशन, टेलीकास्ट, मौसम विज्ञान और सर्च एंड रेस्क्यू की जरूरतों को पूरा करने के लिए इसरों ने बनाया है. यह जियो स्टेशरी सैटेलाइट्स की सीरीज है. इसकी शुरुआत 1983 में की गई. इनसैट एशिया प्रशांत क्षेत्र में सबसे बड़ा लोकल कम्युनिकेशन सिस्टम है. सैटेलाइट्स की निगरानी और कंट्रोल कर्नाटक के हासन और मध्यप्रदेश के भोपाल में स्थित मेन कंट्रोल सेंटर्स से किया जाता है. इस सीरीज के अब तक 6 सैटेलाइट्स लॉन्च किए जा चुके हैं. आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR है. यह अभी भी काम कर रहा है.

सीरीज का आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR था

इनसैट सीरीज का आखिरी सैटेलाइट INSAT-3DR था. इसे 2016 को लॉन्च किया गया. इस मिशन का मुख्य उद्देश्य जीवन और संपत्ति की सुरक्षा के लिए एक ऑपरेशन इनवायरोन्मेंट और साइक्लोन अलर्ट सिस्टम देना है. यह सैटेलाइट अभी पृथ्वी की सतह, समुद्र से किए जाने वाली लॉन्चिंग की निगरानी का रहा है. यह डेटा टेलीकास्ट सेवाएं भी देता है. डेटा प्रोसेंसिंग के लिए फैसिलिटी अहमदाबाद में स्थापित की गई है.

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