Israel-Hamas war: भारत ने एक बार फिर से कहा है कि हम फिलिस्तनी (Palestine) लोगों के साथ हैं. संयुक्त राष्ट्र में भारत की स्थाई प्रतिनिधि रुचिरा कम्बोज (Ruchira Kamboj) ने मंगलवार को फिलिस्तीन के साथ लम्बे समय से चले आ रहे रिश्ते की पुष्टि की है.
रुचिरा कमोज ने फिलिस्तीन के समर्थन में क्या कहा?
न्यूज़ एजेंसी ANI के अनुसार, फिलिस्तनी लोगों के लिए इंटरनेशनल यूनिटी डे (International Unity Day) के मौके पर रुचिरा कम्बोज ने UN महासभा को सम्बोधित करते हुए कहा कि, हम एक बार फिर से फिलिस्तनी के साथ लम्बे समय से चली आ रही दोस्ती की तसदीक करते हैं. ये दोस्ती लोगों से लोगों और गहरे ऐतिहासिक संबंधों पर आधारित है. इसके साथ ही हम फिलिस्तीन के आवाम की देश का दर्जा, शांति और समृद्धि हासिल करने की आकांक्षाओं के लिए अपने अनवरत समर्थन को दोहराते हैं.
इसके साथ ही, उन्होंने आतंकवाद पर हमला करते हुए कहा कि, “आतंकवाद और लोगों को बंधक बनाए जाने को जायज नहीं ठहराया जा सकता। जिन लोगों को भी बंधक बनाया गया है उनके और उनके परिवार के साथ मेरी संवेदनाएं हैं. सभी बंधक बनाए गए लोगों को तुरंत छोड़ा जाना चाहिए, हम इसका स्वागत करते हैं. हम तमाम बंधक बनाए गए लोगों को सही सलामत छोड़ने की अपील करते हैं. आतंकवाद के लिए जीरो टॉलरेंस भारत जीरो टॉलरेंस की निति अपनाता है. हमारा ऐसा मानना है कि, अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून को मानने के लिए सभी देश की बराबर की ज़िम्मेदारी है.”
‘इजराइल-हमास युद्ध में संघर्ष-विराम का स्वागत करता है’
रुचिरा कम्बोज (Ruchira Kamboj) ने इजराइल-हमास युद्ध में हुई नागरिकों की मौत की निंदा करते हुए कहा कि, इसे साफ तौर पर स्वीकार नहीं किया जा सकता। कम्बोज ने आगे कहा, “इजराइल-हमास युद्ध में संघर्ष-विराम का स्वागत करता है. इसके जरिए गाजा में समय पर और लगातार लोगों को सहायता पहुंचाई जा रही है. भारत ने अभी तक गाजा में 70 टन मानवीय सहायता भेजी है. इन सहायता में 16.5 टन सिर्फ मेडिकल सप्लाई है.”
रुचिरा कम्बोज ने आगे कहा कि, भारत अपनी तरफ से फिलिस्तन का समर्थ जारी रखेगा। हम द्विपक्षीय विकास साझेदारी के जरिए शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण, उद्यमिता और सुचना प्रौद्योगिकी के साथ और भी कई फील्ड्स में फिलिस्तीन को समर्थन देते रहेंगे। साथ ही, भारत आगे भी फिलिस्तनी अवामों के लिए तमाम सहायता भेजता रहेगा।