नागपुर के एक पान बेचने वाले व्यक्ति के बेटे की किस्मत चमक गई. IPL 2024 ऑक्शन में राजस्थान रॉयल्स ने उसे 5.80 करोड़ रूपए में खरीदा है. ये शुभम दुबे हैं. ये विदर्भ के लिए डोमेस्टिक क्रिकेट खेलते हैं. राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें ख़रीदा तो इस ख़ुशी को जाहिर करने के लिए उनके घर में भीड़ लग गई.
मंगलवार 19 दिसंबर को दुबई में IPL-2024 (Indian Premier League) का ऑक्शन था, जिसमें कई खिलाड़ियों को महंगे दामों में ख़रीदा गया. IPL में कब किसे अच्छे दाम मिल जाए किसी को अंदाजा नहीं रहता है. इस बार भी एक पान बेचने वाले व्यक्ति की किस्मत चमक उठी. क्योंकि उसके बेटे को लगभग पौने 6 करोड़ का कॉन्ट्रैक्ट मिला है. आईपीएल ऑक्शन 2024 में नागपुर के रहने वाले शुभम दुबे को 5.80 करोड़ रूपए में राजस्थान रॉयल्स ने ख़रीदा है. एक समय ऐसा भी था, जब शुभम दुबे के पास इतना पैसा भी नहीं था कि वे एक जोड़ी बैटिंग ग्लब्स खरीद सके. हालांकि अब उसकी और उसके परिवार की किस्मत चमक उठी है, क्योंकि छोटी सी उम्र में इतनी मोटी रकम उनको मिली है.
नागपुर में कमल स्क्वायर पर एक पान बेचने वाले बद्री प्रसाद के बेटे शुभम ने घरेलू क्रिकेट में दमदार खेल दिखाकर IPL Auction 2024 में मोटी कमाई की है. मंगलवार की शाम को जब शुभम को राजस्थान रॉयल्स ने ख़रीदा तो उनके घर लोगों की भीड़ लग गई. इस ख़ुशी को जाहिर करने के लिए कई लोग उनके घर आए. शुभम और उनके परिवार के लोग एकदम निःशब्द थे. शुभम ने कहा कि मुझे विश्वास नहीं हो रहा है. मैंने मुश्ताक अली ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है. इसीलिए मुझे नीलामी में चुने जाने की उम्मीद थी. हालांकि सच कहूं तो इतनी बड़ी रकम की उम्मीद मुझे बिलकुल नहीं थी.
27 वर्षीय शुभम दुबे ने 7 मैचों में 187 से ज्यादा के स्ट्राइक रेट और 74 के करीब के औसत से कुल 222 रन बनाए थे. 7 पारियों में वे 10 चौके और 18 छक्के जड़ने में सफल हुए थे. बाएं हाथ के बल्लेबाज शुभम ने टी20 में विदर्भ के लिए सबसे तेज अर्धशतक जड़ने का रिकॉर्ड भी अपने नाम किया है. अपनी प्रसिद्धि की इस घड़ी में शुभम न तो अपनी साधरण पृष्ठिभूमि को भूले और न ही उन लोगों को जिन्होंने वित्तीय बाधाओं से निपटने में उनकी मदद की.
उन्होंने अपने स्वर्गीय मेंटॉर सुदीप जायसवाल को याद करते हुए कहा कि उस समय हमारी आर्थिक स्थिति बहुत ख़राब थी. सुदीप सर ने मेरी बहुत मदद की. उनके समर्थन के बिना मैं अपने जीवन में कुछ भी हासिल नहीं कर पाता। जायसवाल एक वकील थे और वे एडवोकेट इलेवन नाम से एक क्लब चलाते थे. वे उन खिलाड़ियों को सपोर्ट करते थे, जो फाइनेंशियली कमजोर हों, लेकिन टैलेंटेड हों. 53 साल की उम्र में उनका कोरोना से 2021 में निधन हो गया था.
शुभम ने आगे बताया कि मेरे लिए ग्लव्स भी खरीदना संभव नहीं था. उन्होंने मुझे एक नया बल्ला और किट खरीद कर दी. राजस्थान रॉयल्स की रडार पर वह कई साल से थे, लेकिन मौजूदा प्रदर्शन की वजह से उनको खरीदा गया. वे कई बार राजस्थान रॉयल्स कैंप में पहुंचे थे.